बेसिक स्कूलों के हैंडपंप का पानी पीने लायक नहीं, हुआ खुलासा

बरेली। जल ही जीवन है। जल है तो कल है। जैसी बातें कही जा रही हैं लेकिन, देश की नव कोपलों को दूषित जल से प्यास बुझानी पड़ रही है। जी हां, यह हम नहीं बल्कि बेसिक शिक्षा विभाग की रिपोर्ट कह रही है। स्कूल वार कराए गए सर्वे में यह तथ्य निकलकर सामने आए हैं कि स्कूलों मे लगे हैंडपंप दूषित पानी दे रहे हैं। जल बर्तन में रखने के बाद पीला पड़ जा रहा है। क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों मे विकास कार्य के लिए कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों की हालत सुधार का कार्य शुरू हुआ था लेकिन विभाग के लोगों ने इस योजना मे जमकर घोटाला कर दिया। मामले की जांच के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ विनय कुमार ने कमेटी गठित कराई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सर्वे रिपोर्ट में पता चला है कि देहात क्षेत्र के करीब 50 स्कूलों मे पीने का पानी की कोई व्यवस्था नही मिली और जिन स्कूलों मे पानी मिला है वह बिल्कुल पीने लायक नही है। सर्वे रिपोर्ट के बाद बीएसए ने शासन को भी फाइल भेजी है। जिससे कि जल्द ही अन्य स्कूलों में सर्वे कराकर बच्चों के लिए साफ पीने का पानी की व्यवस्था कराई जा सके। इसके अलावा से स्कूलों मे शौचालय की व्यवस्था भी चौपट मिली है। बेसिक शिक्षा विभाग की टीम ने जब क्षेत्र के स्कूलों का सर्वे किया तो स्कूलों में कई तरह की कमी मिली। किसी स्कूल मे बैठने के लिए पर्याप्त फर्नीचर नहीं है तो किसी मे पीने का साफ पानी। इसके साथ ही कई स्कूलों मे चाहरदीवारी तक पूरी तरह से गायब मिली। अब सर्वे रिपोर्ट के बाद अगले दो माह तक इन्ही मुख्य बिंदुओं पर विकास कार्य होने है।स्कूलों मे बच्चों के पीने के पानी की व्यवस्थाएं बिजली की व्यवस्था फर्नीचर व चाहरदीवारी की व्यवस्था शौचालय की व्यवस्था कराई जाएगी।।

बरेली से कपिल यादव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।