सम्भल – सम्भल जहां एक ओर सरकार ने सरकारी स्कूलो को कारोना में खोलने की अनुमति नही दे रहा है वही दूसरी ओर निजि स्कूल संचालक अपने अपने स्कूल खोल काफी तादाद में बच्चों की क्लॉस लगा बच्चों को पढ़ा रहे है बताते चले की स्कूल में काफी तादाद में पढ़ाने का मामला किसी एक स्कूल का नही है काफी तादाद में ग्रामीण क्षेत्रों में मान्यता प्राप्त व गैर मान्यता प्राप्त स्कूल संचालक अपने अपने स्कूल खोले बेठे है और देखने की बात है कि सुनने में आता है कि ठण्ड में बीमारी व वायरस का प्रकोप बढ़ जाता है और गर्मी में घटने लगता है और ये ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह ही अपने अपने स्कूल संचालित करते है और जैसे जैसे धूप निकलने लगती है वैसे वैसे ये अपने अपने स्कूल बन्द करने लगते है ओर अगर कोई इनसे पूछे कि आप के स्कूल की मान्यता जूनियर हाईस्कूल तक कि है और आप नर्सरी से कक्षा दस व बारह तक कि पढाई करा रहे है तो जनाब कहते है कि हम कोचिंग चला रहे है पढ़े लिखे है क्या करे हम वैसे कारोना काल मे पैसे कमाने का अच्छा तरीका निकाला है अब जो पढ़ाई पहले स्कूल फीस में होती थी अब वही पढ़ाई टयूशन फीस में छात्र पढ़ने को मजबूर है और स्कूल फीस से चार गुना फीस लेने के बाद भी पढ़े लिखे टीचर व स्कूल संचालक नोनिहाल बच्चों को मास्क व सेनेटाइजर तक अपनी तरफ से उपलब्ध तक नही करा रहे है जब एक स्कूल संचालक से मास्क व सेनेटाइजर पर सवाल किया गया तो जवाब में कहा कि ये सब घर पर कितना इसका इस्तेमाल करते है जो क्लास टाइम तीन चार घण्टे के लिए इस पर सख्ती की जाए
सम्भल अंतिम विकल्प से सय्यद दानिश अली