हजारों की संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने संगठित होकर राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन?

झुंझुनू/ राजस्थान- मुस्लिम महिलाओं में कर्बला मैदान से लेकर जिला कलेक्ट्रेट तक निकाली विरोध रैली
महिला ने बताया कि शरीयत कानून के साथ छेड़छाड़ नहीं करेंगे बर्दाश्त।इस अवसर पर हजारों की संख्या में महिलाओं के साथ पुरुषों ने भी रैली में भाग लिया।
लोकसभा में पारित किए गए तीन तलाक बिल की वापसी की मांग को लेकर आज झुंझुनू मुख्यालय पर हजारों की संख्या में महिलाओं ने सड़क पर उतर कर अपना विरोध प्रकट किया झुंझुनू जिले की तमाम महिलाओं ने कर्बला मैदान से लेकर जिला कलेक्ट्रेट तक एक विरोध रैली भी निकाली इस अवसर पर हजारों की संख्या में महिलाओं के साथ पुरूष भी मौजूद रहे महिलाओं ने तीन तलाक बिल वापसी की मांग पर बोलते हुए बताया कि महिलाओं की सहानुभूति का नाम लेकर केंद्र सरकार व लोकसभा में पारित किए गए इस बिल के बदले मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और शरीयत कानून के खिलाफ केंद्र सरकार छेड़छाड़ करने का काम कर रही हैं मुस्लिम महिलाओं ने बताया कि इस्लामिक कानून के हिसाब से उन्हें पूरी आजादी है और वह शरीयत के कानून के खिलाफ छेड़छाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी मुस्लिम महिलाओं ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार मुस्लिम महिलाओं की इतनी ही हमदर्द है तो उनकी शिक्षा को लेकर और मुस्लिम कम्युनिटी को लेकर नई योजनाएं बनाएं इस तरीके से शरीयत के साथ छेड़छाड़ कर मुस्लिम समाज को आघात देने का काम भाजपा सरकार कर रही है वही मौलाना शौकत अली ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि इस्लामिक कानून एक आसमान से उतरा हुआ कानून है और आज तक हम इसमें किसी भी तरीके का बदलाव नहीं किया है और ना ही करने देंगे अगर यह सरकार हमारे शरीयत के खिलाफ काम करती है तो वह मुस्लिम समाज के खिलाफ एक षड्यंत्र होगा और इसके विरोध को लेकर आज राजस्थान के झुंझुनू जिले से मुस्लिम महिलाओं ने इस का बिगुल भी बजा दिया है मुस्लिम महिलाएं जो कि हमेशा पर्दे में रहकर अपने कानून का निर्वहन करती है वही महिलाएं आज हजारों की संख्या में झुंझुनू की सड़कों पर उतर कर भाजपा सरकार का विरोध और तीन तलाक बिल वापसी की मांग कर रही है।
रिपोर्ट-रियाज अहमद

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