बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। नगर पंचायत द्वारा लाखों रुपये की धनराशि खर्च कर कस्बे में अलग-अलग जगहों पर बने सार्वजनिक शौचालय सफेद हाथी बनकर रह गए। जिससे कस्वे के गरीब व असहाय लोग और कस्बे में आने वाले राहगीर आज भी खुले में शौच को जाने के लिए मजबूर हैं। लेकिन नगर पंचायत व प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। कस्बे में बने सार्वजनिक शौचालयों को निर्माण कर ताला डालकर बंद कर दिए गए हैं। लेकिन शौचालयों के बाहर लगे बोर्ड पर खोलने का समय सुबह चार बजे से रात्रि ग्यारह बजे तक लिखा है। जबकि कस्बे के ही लोगों का कहना है कि वह दिन में दो घंटे ही खुल जाएं तो ही बहुत है। एक तरफ सरकार स्वछ भारत मिशन के प्रति काम कर रही है तो दूसरी तरफ स्वछता के नाम पर खिलवाड़ हो रहा है। जब कोई अधिकारी निरीक्षण करने पहुचें तब खोल दिए जाते उसके बाद फिर बंद कर दिए जाते है। सरकार ने दिखाने के लिए शौचायल नहीं बनवाए है बल्कि उसका उपयोग करने के लिए बनवाए है। जिससे खुले में गंदगी और शौच न करें। तभी बीमारी से दूर रहेंगे। कस्बे में बने शौचालय सफेद हाथी कि तरह बने रह गए। नगर पंचायत चेयरमैन कृष्णपाल मौर्य ने बताया कि जानकी देवी इंटर कॉलेज के पास बने शौचालय का मोटर चोरी होने के कारण नहीं चल रहा है। अन्य जगह बने शौचालय नियमित खुल रहे है और जनता उनका उपयोग भी कर रही है।।
बरेली से कपिल यादव