बरेली। कोरोना महामारी का संकट इस साल भी बढ़ता जा रहा है। फिर चाहे दूसरेे राज्य हों या बरेली जनपद। होली के बाद कोरोना के संक्रमण में तेजी देखी जा रही है। पिछले साल की अपेक्षा इस समय तक चार गुना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके है। इसके बावजूद कोरोना महामारी को लेकर सतर्कता नहीं देखी जा रही है। जिले मे जहां भी देखो लोग अपने जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। शहर में कहीं भी कोविड नियमों का पालन होता नहीं दिखाई दे रहा। सड़कों, प्रमुख मार्गों के अलावा मुख्य बाजारों में लोग मास्क पहनने से परहेज कर रहे हैं। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं हो रहा है। शहर के श्यामगंज, कुतुबखाना, बड़ा बाजार, सिविल लाइंस समेत कई स्थानों पर सुबह से शाम तक बड़ी संख्या में लोगों का आवागमन रहता है। बाजार में व्यापारियों ने कोरोना से बचाव को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं। बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग नदारद है। जिम्मेदार भी बेखबर हैं। ग्राहकों के लिए कोई ऐसी अतिरिक्त व्यवस्था नहीं है जिससे कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से बचा जा सके।इधर, कुछ सजग लोग ऐसे भी हैं जो मास्क नहीं पहनने वालों को लगातार जागरूक कर रहे हैं। बावजूद लापरवाह लोगों पर कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। जिला मुख्यालय के अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में भी लापरवाह लोगों की वजह से संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। बीते कुछ दिनों से मिल रही कोरोना संक्रमण सैंपल रिपोर्ट में भी नए संक्रमित चिह्नित हो रहे हैं। इधर, कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की ओर से बीते साल शुरू किया अभियान भी बंद है। लोगों को जागरूक करने के लिए भी कोई अभियान नहीं चल रहा है और न ही मास्क, हाथ धोने और सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए लोग खुद जागरूक दिख रहे हैं। इतना ही नहीं कई जगह तो कोरोना वायरस के शुरुआती दौर में सरकारी दफ्तर और सार्वजनिक स्थानों पर लगाईं गईं हैंड सैनिटाइजेशन मशीनें वर्तमान में किसी काम की नहीं रह गई हैं। कोरोना के मामले भले ही बढ़ रहे हैं, लेकिन शहर के बाजार और प्रमुख मार्ग पूरी तरह से व्यस्त हैं। सोमवार को लोग यहां बिना मास्क के बेखौफ फर्राटा भरते नजर आए। अधिकांश के चेहरे पर मास्क नहीं दिखा। खास बात यह रही कि चौराहों पर जगह-जगह दूसरों को नसीहत देने वाले जिम्मेदार भी स्वयं की सुरक्षा को लेकर तनिक भी संजीदा नहीं हैं।
बरेली से कपिल यादव