किसानों ने आपदा प्रबंधन विभाग से की मुआवजे की मांग

बिहार/पटना- वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत शनिवार को अचानक मौसम की बेरुखी के कारण आयी तेज आंधी पानी और ओलावृष्टी से व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ. आंधी से पेड़ पौधों उखड़ गये. बिजली के पोल तार समेत दर्जनों जगहों पर टुटे. झोपड़ीया के उपड़ पेड़ गिड़े. ओलावृष्टी से मक्का, गेहुँ, आम, लिची,के मंजरों के साथ सब्जीयों को भाड़ी छती होने की बात सामने आयी हैं. करीब 40 मिनट तक जमकर आंधी पानी और ओलावृष्टी से सैकड़ो जगहों पर सड़कों खेतों में वर्फवारी स खेतों में तालाब सा नजरा दिखने लगा. आंधी पानीऔर ओलावृष्टी से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हुआ. कद्दु, भिन्डी, खीड़ा, मक्का, पमाटर, वैगन, करैला, सहित केला का पेड़ व्यापक तौर से प्रभावित हुआ. खेतों में लगी गेंहुँ की फसल भी बर्वाद हुआ. पानी आंधी और ओलावृष्टी से फसल खेतों में पसरा नजर आया. ओला पड़ने से तैयार गेंहुँ की बालियों के दाने भी विखड़ गयें.इस प्राकृतिक आपदा के कारण प्रेमराज क्षेत्र के आस पास समेत सैकड़ों जगहों पर छती होने की संभावना जतायी गयी हैं. गोरौल प्रखंड के गोरौल, बड़ेबा,सोन्धों, अररा, चेहराकलां, गंगटी बकसामा, समेत जगहों पर भारी छती होना बताया गया हैं. प्रखंड के सभी पंचायतों में ओलावृष्टी से किसानों की कमर टुट गयी हैं. प्रखंड क्षेत्र में विधुत आपुर्ती पुरी तरह से वाधित हो गयी हैं. गोरौल के सोन्धों प्रेमराज मुख्य मार्ग में कई जगहों पर मार्ग में पेड़ को गिड़ जाने से आवागमन बंद हुआ. आंधी पानी से बिजली के ताड़ टुट जाने से बिजली आपुर्ती वाधित होना बताया जा रहा हैं. दिन में ही रात का नजारा देखने को मिला. प्रखंड क्षेत्र में कितना जगहों पर मकान, दलान, बथान, यादि की पलानी तक ढ़हीं. इस अचानक मौसम की वेरुखी बदलने से लोगो में भारी छती होना बताया जा रहा हैं. इस मौके पर गोरौल प्रखंड के जिला पार्षद मनोज पटेल एवं उधोग प्रकोष्ठ के जिला महासचिव बिनोद गिरी ने आपदाप्रबंधन विभाग से मुआवजा की मांग की है।
– नसीम रब्बानी ,पटना/ बिहार

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