झांसीl पुलिस कानून के पालन करानें में अपनी भूमिका का निर्वाह करती है, लेकिन जब पीडि़त को न्याय नही मिलता है तो कानून स्वयं ही न्याय की दहलीज पर दम तोड़ता दिखाई देता है। ऐसा ही एक प्रकरण महानगर में डडि़यापुरा स्थित एक प्लाट का हैl जहां कुछ दबंगों ने एक व्यक्ति के प्लॉट पर कब्जा करना चाहाl जब वह सफल नहीं हुए तो उन्होंने पुलिस से सांठगांठ कर प्लॉट के मालिक और उसकी मदद को आगे आए समाजसेवी के खिलाफ फर्जी मुकदमा लिखवाकर समाजसेवी को जेल भिजवा दिया l
इंजीनियर पवन यादव की गिरफ्तारी पुलिस के लिए मुसीबत बन सकती हैl
इंजीनियर पवन यादव की रिहाई की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैंl महानगर के इलाइट चौराहे पर लोगों ने नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन कर इंजीनियर पवन यादव की रिहाई की मांग कीl लोगों का कहना है की इंजीनियर पवन यादव गरीबों के मसीहा हैंl वह गरीबों को न्याय दिलाने के लिए सदैव तत्पर रहते हैंl पुलिस की गलत पद्धति का पूर्ण रुप से विरोध करते हैंl इसीलिए उन्हें साजिश के तहत झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेज दिया गया हैl
दर्जनों की संख्या में एकत्रित हुए लोगों ने डीआईजी कार्यालय पहुंच कर उक्त मामले की जांच एवं पवन यादव की रिहाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन डीआईजी को सौंपाl
क्या है पूरा मामला
थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत डडि़यापुरा स्थित एक प्लाट का हैl जो गणेश प्रसाद साहू पुत्र स्व. श्री रामचरन साहू को है जिसपर उसका कब्जा क्रय करने के बाद1 से लगातार बना हुआ हैl लेकिन कुछ अराजक और दबंग लोगों ने उसको प्लाट से बेदखल करने का षड्यंत्र रचा और कूट रचित एक मुहायदा किसी अन्य आराजी नंबर का करायाl लेकिन दावा पीडि़त के प्लाट पर कब्जा करने को लेकर दखल देने लगे। जिसकी शिकायत 3 फरवरी को जिलाधिकारी, झाँसी ,एवं दिनांक 9 फरवरी को मंडलायुक्त झाँसी मंडल एवं पुलिस उप महानिरीक्षक झाँसी परिक्षेत्र, झाँसी से की थी। शिकायतों पर सम्बंधित अधिकारीओं ने रिपोर्ट संकलित की जो पीडि़त गणेश प्रसाद साहू के पक्ष में निस्तारित हुयी । इन रिपोर्ट में महत्वपूर्ण आख्या उप जिलाधिकारी , झाँसी श्रीमान अनुनय झा (आईएएस) के द्वारा दिनांक 2 फरवरी 18 पात्र संख्या 881 / एसटी-2018 जारी की गयी।
उक्त प्लाट शहर कोतवाली थाना क्षेत्र की सीमा में स्थित होने के कारण इसमें पुलिस की भूमिका अति महत्वपूर्ण बनती के विपक्षिओं से पुलिस की सांठ-गांठ होने के पश्चात प्रशासन के अधिकारिओं द्वारा जारी आदेश निर्देषो को भी दरकिनार कर पीडि़त को न्याय नहीं दिलाया गया। शासन में भी इसकी षि
शिकायत दर्ज कराई गयी और इसके सापेक्ष शासन के विशेष सचिव ने पत्र संख्या 819 / द 31 -में झाँसी के एसएसपी को पत्र लिखकर प्रकरण में आवश्यक यथोचित कार्यवाही कराये जाने के निर्देश दिए थे। जिसकी प्रतिलिपि जिलाधिकारी झाँसी और पीडि़त को भी दी गयी। इसके बावजूद पुलिस की पक्षपात पूर्ण भूमिका के चलते उक्त प्रकरण में निस्तारण संबधी कोई प्रगति नहीं हुयी। परेशान होकर पीड़ित ने सामाजिक कार्यकर्ता इंजी. पवन यादव का सहयोग लिया गया और पीड़ित को शासन की कार्यवाही के क्रम में न केवल बल मिला बल्की उसको अपने प्लाट पर यथावत कब्जा मिलाl, पीडि़त ने प्लाट की सुरक्षा हेतु उस पर वांछित निर्माण को भी अंजाम दिया। कोतवाली पुलिस को यह नागवार गुजरा और विपक्षी दबंगों की तहरीर पर एक फर्जी मुकद्दमा पीड़ित गणेश प्रसाद साहू एवं पवन यादव के विरूद्ध दर्ज कर लिया। इसके बाद इंजीनियर पवन यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गयाl
जांच होना चाहिए
कानून के साथ मजाक जैसी स्थिति पैदा करने में कौन सी काली शक्ति संलिप्त है और सरकार की मंशा के विरूद्ध कियाकलाप कर छवी धूमिल करने में किन पुलिस कर्मिओं का हाथ हैं l पवन यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजने के पीछे क्या षड्यंत्र हैl इसकी जांच होना आवश्यक हैंl
ज्ञापन सौंपते समय राजेन्द्र कुमार, विनोद कुमार, प्रदीप, बन्टी,
बृजेन्द, पंकज, अमित, राजू, प्रभा देवी,अमर सोनी, राहुल, हरप्रसाद, राकेश, राजकुमारी, राजा खान, महेंद्र सिंह यादव, रवि कुमार, उर्मिला सहित दर्जनों लोग मौजूद रहेl
रिपोर्ट: उदय नारायण कुशवाहा (झांसी)