बरेली। जिले के सेंट्रल जेल से रविवार की रात दीवार फांदकर भागने वाले कैदी नरपाल उर्फ सोनू ने बिजनौर की अस्थाई जेल में बुधवार की रात्रि आत्महत्या कर ली। सेंट्रल जेल से फरार हुए कैदी को बिजनौर मे दो फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद उसे अस्थाई जेल यानी कि शेल्टर होम में शिफ्ट किया गया था। गुरुवार की सुबह जब कैदीयों ने देखा तो घटना की जानकारी हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आरोपित हत्या और दुष्कर्म के मामले में वांछित चल रहा था। सेंट्रल जेल से भागने के बाद इस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। हत्या और दुष्कर्म के आरोप में सेंट्रल जेल बरेली में बंद कैदी नरपाल उर्फ सोनू पुत्र रमेश चंद पाल निवासी ग्राम मौज्जमपुर रायपुर थाना किरतपुर, बिजनौर पुलिस ने उसे दो फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था। बरेली सेंट्रल जेल शिफ्ट करने से पहले उसे बैराज रोड स्थित शेल्टर होम/अस्थाई जेल बिजनौर में रखा गया था। बुधवार रात्रि किसी वक्त नरपाल ने बाथरूम के रोशनदान से लोवर बांधकर फांसी लगाकर आत्महत्या ली। तड़के सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस पूरे मामले की जांच-पड़ताल कर रही है। नरपाल को गांव के ही एक बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या के आरोप में फरवरी 2009 में गिरफ्तार किया गया था। फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उस को आजीवन कारावास और 15 हजार रुपये जुर्माना सुनाया था। सजा सुनाए जाने के बाद वर्ष 2012 में उसका बरेली सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। पिछले करीब 11 सालों से सेंट्रल जेल में ही बंद नरपाल को लंबरदार बना दिया गया था। जिस रात में फरार हुआ। उस वक्त वह कार्यालय के बाहर ड्यूटी कर रहा था। इस कारण उसे इधर से उधर जाने में कोई दिक्कत नहीं हुई। दीवार फांदने से पहले उसने सेंट्रल जेल की ड्रेस को बदलकर सामान्य कपड़े पहन लिए थे।।
बरेली से कपिल यादव