लाॅक डाउन के चलते फोटोग्राफरों के सामने खड़ा हुआ परिवार के भरण पोषण का संकट:सरकार ले संज्ञान

शेरकोट /बिजनौर- कोरोना वायरस के चलते सरकार पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में फोटोग्राफर के सामने भरण पोषण का कर पाना मुश्किल हो रहा है। सरकार द्वारा सभी का ध्यान रखा गया लेकिन फोटोग्राफरो का ध्यान नही रखा गया। फोटोग्राफर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित कुमर रवि ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री अपने फ़ोटो ग्राफ़र साथियो की पीड़ा से अवगत कराते हुऐ और आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि घरों में कैद हो कर फोटोग्राफर का बिजनेस चौपट हो गया। फोटो ग्राफर अपने परिवार का पालन पोषण अपने हुनर से करता है लेकिन लॉकडाउन के कारण न तो दुकाने खुल रही है और न ही शादी पार्टियां हो रही है। मार्च से शादियों का सीजन शुरू होता है सीजन से पहले 90 प्रतिशत फोटो ग्राफर अपने कैमरे नए लेते है। जिनमे 2 प्रतिशत नकद ले लेते है वाकी लोग लोन से लेते है। कैमरे इतने महंगे है कि लोन लेना मजबूरी है एक एक कैमरे की कीमत 2 लाख से अधिक होती है और एक पार्टी को अटेंड करने के लिए चार पांच कैमरों की आवश्यकता होती है। उन्हें चलाने के लिये 5 से10 लड़को का स्टाफ चाहिए होता है। इस तरह लाखों रुपए के कैमरों की किस्त व स्टाफ का मानदेय चुका पाना कठिन है। हमारे जिला बिजनोर में लगभग 650 से अधिक छोटे बड़े फोटोग्राफर है जो फोटोग्राफरी, बीडियोग्राफरी के साथ ड्रोन कैमरा, LED वॉल, फोटो एलबम डिजाइनर व वीडियो मिक्सिंग आदि का कार्य करते है। फोटोग्राफर के साथ साथ उनके परिवार के सदस्य भी तनाव में जीवन यापन कर रहे है। इन सबकी पीड़ा को देखते हुए फोटोग्राफर एसोसिएशन बिजनोर के अध्यक्ष अमित कुमार ने प्रधानमंत्री, व मुख्यमंत्री से आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की है।।
रिपोर्ट अमित कुमार रवि

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