बरेली/फतेहगंज पश्चिमी-पवित्र माह रमज़ान का आख़िरी जुमा अलविदा कहलाता है।
इस दिन के विदा होने का हर किसी को ग़म होता है।माहे रमजान के अलविदा जुमे की नमाज पूर अमन-चैन व सकून के साथ पढ़ी गई सभी नमाजियों ने मांगी देश की तरक्की व अमन चैन की दुआ मांगी।कस्बे की जामा मस्जिद, ग़ौसिया मस्जिद, हुसैनी मस्जिद, हाफ़िज़ साहब वाली मस्जिद, अजहरी मस्जिद, कादरी मस्जिद, एक मीनार मस्जिद, खेड़े वाली मस्जिद सहित सभी मस्जिदों में अलविदा की नमाज़ अदा की गई।जब इमाम साहब ने आख़िरी जुमे अलविदा पर पढ़ा रो रो कर दिल ने यहीं कहा माहे मुबारक अलविदा अलविदा तब हर किसी की चेहरे पर रमज़ान के विदा होने का ग़म था।नमाज के समय पुलिस की कड़ी चौकसी रही।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट