बरेली। मुख्य टिकट निरीक्षक (सीआईटी) के उत्पीड़न को लेकर टीटीई स्टाफ ने एक शिकायती पत्र रेलमंत्री पीयूष गोयल भारत सरकार को भेजकर शिकायत की है। इसके अलावा मुख्य वाणिज्य प्रबंधक भारत सरकार, मंडल रेल प्रबंधक उत्तर रेलवे मुरादाबाद को भी शिकायती पत्र भेजकर उत्पीड़न के मामले की शिकायत की है। शिकायतों में सीआईटी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए लेकिन जिम्मेदार अफसरो ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है। शिकायत में कहा गया है कि सीआईटी छोटी-छोटी गलतियों पर स्टाफ को बेइज्जत करते हैं। उन पर शराब पीकर स्टाफ से गाली गलौज करने का भी आरोप है। स्टाफ ने शिकायत में यह तक कहा है कि सीआईटी बाहरी लोगों को बुलाकर स्टाफ को जान से मारने की धमकी भी दिलवा रहे हैं। उन पर पक्षपात पूर्ण व्यवहार करने का भी आरोप लगा है। कुछ लोगों को घर बैठकर नौकरी कराने का भी आरोप है। बताया जा रहा है कि स्टाफ में एक दो लोग सीआईटी के चहेते भी हैं। वह पूरे लॉकडाउन में ड्यूटी पर नहीं आए लेकिन उन्हें ड्यूटी पर दिखाया गया। अगर रोस्टर की जांच की जाए तो सब कुछ साफ हो जाएगा। यह भी आरोप है कि सीआईटी जब अवकाश पर या ऑफिस से बाहर जाते हैं तो अपने जूनियर चहेतों को कार्यालय का चार्ज दे जाते है। टीटीई स्टाफ ने जांच कर सीआईटी को हटाने की मांग की है विभाग में अधीनस्थों द्वारा की गई शिकायतों का निस्तारण न होने पर 27 जुलाई को रेल मंत्री भारत सरकार के अलावा अन्य अधिकारियों से सीआईटी से छुटकारा दिलाने की मांग की है। इसके साथ ही उत्पीड़न से परेशान टीटीई अपने कर्तव्यों का निर्वाह नहीं कर पा रहे हैं।।
बरेली से कपिल यादव