हरिद्वार/रुड़की – रुड़की उपकारागार में डीएम के औचक निरीक्षण के दौरान बंदी रक्षक के पास मोबाइल मिलने के मामले में जेलर ने रिपोर्ट आईजी जेल को भेज दी है। इस मामले में अब कार्रवाई आईजी जेल के स्तर से होगी। सील किए गए बंदी रक्षक के मोबाइल को पुलिस को सौंपा गया है। पुलिस फोन की सीडीआर निकाल रही है।
बुधवार को कांवड़ पटरी का निरीक्षण करने के बाद डीएम दीपक रावत ने रुड़की जेल का औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान डीएम को जेल में सुरक्षा में तैनात बंदी रक्षक के पास मोबाइल मिला था। डीएम के आदेश पर प्रशासनिक टीम ने मोबाइल को कब्जे में लेकर सील कर दिया था। सील मोबाइल को गंगनहर पुलिस को सौंप दिया गया था। पुलिस बंदी रक्षक के मोबाइल की जांच कर रही है मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकालकर पुलिस यह पता लगाएगी कि कहीं इस फोन से जेल में बंद किसी बंदी ने तो किसी को फोन नहीं किया। डीएम ने मामले में विभागीय कार्रवाई के आदेश भी दिए थे। इसके बाद जेलर ने मामले की रिपोर्ट आईजी जेल को भेजी है। जेलर जेपी द्विवेदी ने बताया कि सारे घटनाक्रम की रिपोर्ट आईजी जेल को भेज दी गई है। मौके पर ही सील किए गए फोन को गंगनहर पुलिस को दे दिया गया था।
जेलर का कहना है कि विभागीय कार्रवाई आईजी जेल के स्तर से होगी। अभी उनके पास कोई आदेश नहीं पहुंचा है। आईजी जेल की ओर से जो भी आदेश मिलेगा उसके बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मामले में पुलिस की सारी जांच कॉल डिटेल रिकॉर्ड पर टिकी हुई है। अगर बंदी रक्षक से बरामद फोन से जेल में बंद किसी बंदी की ओर से फोन किया गया तो बंदी रक्षक की मुसीबत बढ़नी तय है।
– हरिद्वार से तसलीम अहमद