तो पर्दे के पीछे से किसी एक चहेते की मदद कर सकते हैं विधायक फुरकान

*पूर्व विधायक के चुनाव में आने की सुगबुगाहट कर सकती है मजबूर

पिरान कलियर। ऐसी चर्चाएं जोरों पर हैं कि स्थानीय विधायक हाजी फुरकान अहमद अपने राजनैतिक विरोधी पूर्व विधायक हाजी शहजाद के द्वारा अपने एक रिश्तेदार के नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत हासिल कराने की रणनीति बनाने की सुगबुगाहट तेज होते ही विधायक हाजी फुरकान अहमद भी किसी अपने एक चहेते प्रत्याशी की मदद कर सकते हैं। दोनों के बीच राजनीति खाई बडी गहरी है। पूर्व विधायक हाजी शहजाद का रिश्तेदार यदि नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज हो जाता है तो विधायक हाजी फुरकान अहमद को ये इल्जाम सहना मुश्किल में डाल सकता है। इसीलिये माना जा रहा है कि घर बैठे ही सही विधायक फुरकान भी चुनाव में अपनी एंट्री कर सकते हैं। तब ये मुकाबला और भी दिलचस्प होगा। ऐसे में हार-जीत का श्रेय मौजूदा विधायक व पूर्व विधायक के सिर ही जायेगा।
गौरतलब है कि किसी भी स्थानीय चुनाव में मौजूदा विधायक अथवा सांसद का पूरा हस्तक्षेप होता है। चुने हुए जनप्रतिनिधि अपने नजदीकी समर्थक या किसी एक बिरादरी जो उसे चुनाव में लाभ पहुंचाती हो, में से ही होने वाले चुनाव में जीत हासिल कराने के लिये ऐडी-चोटी का जोर लगाता है। लेकिन यहां नगर पंचायत कलियर के चुनाव में ऐसा देखने को बिल्कुल नहीं मिल रहा है। मौजूदा विधायक कांग्रेस से है। और कांग्रेस शासनकाल में ही उन्होंने अपनी सरकार में पैरवी कर कलियर को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन नगर पंचायत चुनाव में वे पार्टी सिम्बल पर चुनाव लड़ने वाले दावेदारों में समनव्य कायम नहीं कर सके। जिसके चलते उनकी बिरादरी के करीब 6 प्रत्याशी चुनावी अखाडे में हैं। विधायक फुरकान अहमद पार्टी से सिंबल न दिलाने के कारण घर बैठे हुए हैं। ऐसी चर्चाएं हैं कि पूर्व विधायक हाजी मोहम्मद शहजाद अपने एक निर्दलीय रिश्तेदार की चुनाव में जीत को लेकर रणनीति तैयार कर रहे हैं। ऐसा धरातल पर भी देखने को मिल रहा है। हाजी शहजाद का यह कदम आगामी विधानसभा 2022 की रणनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है। हालांकि, पूर्व विधायक इस सीट से दो बार चुनाव लड़कर मात खा चुके हैं। इसके बावजूद वे इस सीट पर ही चुनाव लड़ने के दावेदार बताये जा रहे हैं। मुस्लिम बाहुल्य इस सीट पर उनकी प्रबल दावेदारी बनती भी है। हालांकि, दोनों चुनाव में विधायक फुरकान अहमद के सामने मुंह की खानी पड़ी है। सूत्र बताते हैं कि पूर्व विधायक हाजी शहजाद की रणनीति को भांपते हुए वर्तमान विधायक हाजी फुरकान अहमद भी बिरादरी से चुनाव लड़ रहे किसी एक प्रत्याशी की मदद कर सकते हैं। वैसे तो जो प्रत्याशी कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे उनमें से कईंयों ने ऐसी चर्चाओं को जन्म दे दिया है। एक प्रत्याशी खुद को कांग्रेस समर्थित बता रहा है। कईं प्रत्याशी विधायक फुरकान अहमद की मदद का मतदाताओं से दावा करने लगे हैं। हालांकि, अभी ऐसी पुष्ट जानकारी नहीं है कि विधायक फुरकान अहमद चुनाव में किसी एक प्रत्याशी की मदद कर रहे हैं। अलबत्ता उनके कईं नजदीकियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि विधायक हाजी फुरकान अहमद किसी भी सूरत में अपने प्रतिद्वंदी पूर्व विधायक के किसी मददगार को नगर पंचायत अध्यक्ष बनने से रोकने में ऐडी-चोटी का जोर लगा देंगे। ऐसे संकेत उन्होंने अपने नजदीकियों को दे दिये हैं। और एक प्रत्याशी के लिये माहौल तैयार किया जा रहा है, जो स्वयं पूर्व प्रधान रह चुका है और चुनाव में अब तक हालात में मजबूत नजर आ रहा है। खैर, मतदान में अभी एक सप्ताह बाकी है। दोनों ने अपने-अपने नजदीकियों की मदद की तो चुनाव किस रुख जायेगा। कुछ कहना जल्दबाजी होगी। ऐसे में हार-जीत का तमगा भी किसी एक के सिर ही सजेगा।

– हरिद्वार से तसलीम अहमद

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