जैविक खेती से ही उन्नति सम्भवः किसान मेला व गोष्ठी सम्पन्न

वाराणसी/पिंडरा- विधायक डॉ अवधेश सिंह ने कहाकि किसानों को उर्वरकों का प्रयोग कम करने के साथ जैविक खेती पर जोर देना होगा नहीं तो आने वाली पीढ़ी को अन्न नसीब नहीं होगा।खेत ऊसर में तब्दील हो जाएंगे।
उक्त बातें शुक्रवार को पिंडरा विस् खण्ड के करखियाव मे उत्तर प्रदेश भूमि सुधार विभाग द्वारा आयोजित किसान मेला व किसान गोष्ठी का दौरान कही।उन्होंने किसानो को खेती में विविधीकरण के प्रयोग करने की सलाह दी।जिससे एक ही खेत से साल में दो से तीन फसले लगाई जा सके। वही निगम मुख्यालय से आये वरिष्ठ प्रबन्धक/ जोनल अधिकारी सुभाषचंद्र शुक्ल ने बताया कि निगम द्वारा वर्तमान में विश्व बैंक की सहायता से 28 जनपदों में सोडिक लैंड रिकलेमेशन तृतीय परियोजना का संचालन किया जा रहा है। वही भूमि सुधार अधिकारी कुलदीप मिश्र ने कहा कि वाराणसी जनपद में वर्ष 2016-17 23 ग्राम का चयनकर कुल 1038 हेक्टेयर तथा 2017-18 में 14 ग्रामो में 602 हेक्टेयर ऊसर भूमि का सुधार किया गया। जिला कृषि अधिकारी सुभाष मौर्य ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान कृषि विभाग द्वारा जा रही सुबिधा , ऋण और अनुदान का लाभ उठाकर किसान बेहतर खेती कर सकते है।वही उन्होंने विभाग द्वारा दी जा रही सुबिधाये के बाबत जानकारी दी। इस दौरान कृषि वैज्ञानिक डॉ एन के सिंह, डॉ नरेंद्र प्रताप व डॉ ए के सिंह ने किसानों को आधुनिक तकनीक से खेती करने और खेती से आय बढ़ाने का उपाय व सुझाव दिया वही वर्मीकम्पोस्ट व जैविक खेती पर जोर दिया। संगोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ किसान व पूर्व ग्राम प्रधान विक्रमादित्य सिंह व संचालन प्रमोद सिंह धन्यवाद परियोजना प्रबन्धक आनन्द कुमार सिंह ने किया।
इसके पूर्व दीप प्रज्वलित कर गोष्ठी का शुभारंभ किया गया। इस दौरान स्वयमेवी महिला समूह , पशुपालन,स्वास्थ्य विभाग कृषि विभाग द्वारा स्टाल लगाया था।वही कृषि उपकरणों का भी प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के दौरान जादू के माध्यम से जागरूकता अभियान व मॉडल के द्वारा आधुनिक खेती का प्रदर्शन किया गया। स्टाल का संचालन टीसीओ धीरेंद्र बहादुर सिंह ने किया।इस दौरान गेहू व धान की सर्वोत्तम उपज पैदा करने वाले किसानों व महिला स्वयं सहायता समूह को सम्मानित किया गया।

रिपोर्ट-:महेश पाण्डेय चीफ ब्यूरो वाराणसी मण्डल

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