फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। शारदीय नवरात्र की अष्टमी और नवमी तिथि पर मां दुर्गा के अष्टम स्वरूप महागौरी का श्रंगार कर पूजन किया गया। घरों में लोगों ने श्रद्धापूर्वक मां महागौरी की उपासना की और उनसे जगत कल्याण का आशीर्वाद मांगा। अष्टमी व नौवीं के मौके पर श्रद्धालुओं ने कन्याओं का पूजन करने के बाद उन्हें भोजन कराया और दान देकर उनसे आशीर्वाद लिया। कुछ जगह कोरोना काल के चलते इस बार भी लोगों ने कन्याओं को प्रसाद स्वरूप भोजन कराने से परहेज किया और उनको उपहार देकर विदा किया। मंदिरों में मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी का श्रंगार कर पूजन किया गया। असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक पर्व दशहरा 25 अक्तूबर यानि कल मनाया जाएगा। शनिवार को शारदीय नवरात्र की अष्टमी पर लोगों ने व्रत रखे हालांकि कई परिवारों ने अष्टमी व्रत और कन्या पूजन शनिवार को ही किया। सुबह व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं ने देवी महागौरी मां की उपासना कि उनको फल फूल और पूजन सामग्री अर्पित की। मां महागौरी से जीवन में सुुख-आनंद की कामना की और कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने का आशीर्वाद मांगा। काली बाड़ी स्थित काली देवी मंदिर के पुजारी बृजेश गौड़ का कहना है कि नवरात्रि की अष्टमी पर कन्याओं का पूजन कराने व उन्हें भोजन कराने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। शहर के चौरासी घंटा मंदिर, मां मनोकामना मंदिर, शिव-पार्वती मंदिर, काली माता मंदिर, नौदुर्गा मंदिर समेत अन्य देवी स्थानों पर सुबह भक्तों ने श्रद्धाभाव से मातारानी के दर्शन किए। कोरोना कॉल के चलते इस बार शहर मे दशहरा मेले का आयोजन नहीं किया गया है। शहर के चौधरी तालाब में चल रही प्रतीकात्मक रामलीला रविवार को विजयदशमी पर्व पर मनाया जाएगा। लेकिन यहां इस बार दशहरा मेले का आयोजन नहीं किया गया। इसी तरह जोगी नवादा में वनखंडीनाथ की रामलीला में भी दशहरा मेला नहीं लगा। सुभाषनगर, सदर बाजार और माडल टाउन दशहरा मेला ग्राउंड पर भी इस बार दशहरा मेले का आयोजन नहीं किया गया है।।
बरेली से कपिल यादव