बरेली। यातायात नियंत्रण और अतिक्रमण हटाने के बड़ेे-बड़े वायदे किए गए लेकिन शहामतगंज रोड पर राम वाटिका के बाहर लगने वाले संडे बाजार को हर बार पीछे के दरवाजे से गैरकानूनी स्वीकृति दे दी गई। शायद यही वजह रही कि संडे बाजार आज भी आबाद है। पिछले महीनों मे यहां नगर निगम ने दुकानदारों पर डंडे भी चलाएं लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। शाहजहांपुर रोड पर मालियों की पुलिया से ईसाइयों की पुलिया के बीच लगने वाला संडे बाजार आधे से ज्यादा सड़क पर लगता है। इससे यहां दिन भर जाम की स्थिति रहती है। रविवार को इधर से निकलने का मतलब है कि रेंगकर गुजरना पड़ेगा। कई बार लोग घंटों जाम में फंसे रहते हैं। रोड पर एक ओर संडे बाजार लगता है और दूसरी तरफ ट्रकों का जमावड़ा रहता है। रविवार को एक बार फिर ईसाइयों की पुलिया पर लगने वाला बाजार नगर निगम में हटवा दिया। बाजार हटाने आई टीम से दुकानदारों की झड़प भी हो गई। मगर टीम ने सभी को वहां से खदेड़ दिया। कार्रवाई देख अन्य दुकानदार भी वहां से फरार हो गए। लेकिन टीम के जाते ही कुछ ही देर में बाजार दोबारा से सज गया। ऐसा कोई एक बार नहीं बल्कि हर बार होता है। नगर निगम की टीम यहां से कई बार बाजार हटा चुकी है, लेकिन टीम के जाते ही बाजार दोबारा सज जाता है। एक बार कार्रवाई करने के बाद टीम दोबारा मुड़कर भी बाजार की तरफ नहीं देखती है और न ही किसी को इस बात की जिम्मेदारी दी जाती है कि वहां पर बाजार दोबारा न लग पाए। ऐसे मे सवाल खड़ा होना लाजिमी है, कि यह बाजार यहां पर बार-बार क्यों और किसकी सहमति से लग जाता है।।
बरेली से कपिल यादव