बरेली। शहर मे बीते दिनों हुए बवाल के बाद से नगर निगम अवैध कब्जेदारों के खिलाफ सख्त नजर आ रहा है। मेयर कार्यालय में शुक्रवार को हुई कार्यकारिणी में स्वाले नगर और खड़ौआ क्षेत्र में निगम की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही 10 हजार बंदरों को पकड़ने और सड़कों पर घूमने वाले नंदियों को दिसंबर तक नंदी गौशाला में शिफ्ट करने समेत 11 प्रस्तावों पर मुहर लगी। इससे शहर में विकास कार्यों के साथ ही अन्य सुविधाएं भी मिलने की जल्द संभावना है। नगर निगम में मेयर डॉ. उमेश गौतम की अध्यक्षता में शुक्रवार को उनके ही कार्यालय में कार्यकारिणी की बैठक हुई। सबसे पहले निगम की संपत्तियों पर हो रहे कब्जों को लेकर चर्चा आरंभ हुई। इस पर सर्व सम्मति से व्यापक रूप से अभियान चलाकर अवैध कब्जों को मुक्त कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। कार्यकारिणी में तय हुआ कि कब्जों को चिह्नित करने के लिए अन्य प्रशासनिक विभागों का सहयोग लिया जाएगा। दिवाली के बाद सबसे पहले स्वाले नगर और खड़ौआ क्षेत्र में नगर निगम की जमीन को कब्जा मुक्त कराकर अभियान की शुरुआत होगी। शहर को छुड्डा पशुओं से निजात दिलाने को लेकर जल्द ही नंदी गौशाला को शुरू करने पर चर्चा हुई। इस पर दिसंबर तक गौशाला का कार्य पूर्ण कर संचालन पर सहमति बनी। इससे शहर में सड़कों पर विचरण कर रहे सांडों को अब ठिकाना मिलेगा। वहीं बंदरों के आतंक की रोकथाम के लिए 10 हजार बंदरों को पकड़ने का लक्ष्य तय किया है। इसको लेकर भी अभियान दिवाली के बाद शुरू करने पर सहमति बनी। इसके साथ ही हर वार्ड में 25-25 एलईडी लाइटें लगाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई। बैठक मे उप सभापति नरेंद्र सिंह समेत कार्यकारिणी सदस्य सतीश चंद्र कातिब, मुकेश सिंघल, रितिका किशोर, पूनम राठौर, हर्ष कुमारी, मो. गुलवशर, हरि शंकर, संतोष और अंजुल मौजूद रहे। वही शहर के अधिकांश वार्डों में सड़कों की हालत जर्जर है, लेकिन दिसंबर तब सभी सड़कों का सात मीटर तक चौड़ीकरण करने पर भी बैठक में सहमति बनी है। वहीं, मेयर ने निगम अधिकारियों को दिसंबर तक कार्य पूर्ण कर रिपोर्ट प्रेषित करने के आदेश दिए हैं।।
बरेली से कपिल यादव
