बरेली। कोरोना ने एक बार फिर से स्मार्ट सिटी योजना के कार्यों पर ब्रेक लगा दिया है। योजना के तहत चल रहे सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक स्मार्ट शहर मे इलेक्ट्रिक बसें चलाने के लिए चार्जिंग स्टेशन का कार्य लटक गया है। प्रशासन और नगर निगम के अफसरों की सहमति के बाद 46 करोड़ से चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए प्रस्ताव पर मंजूरी दी गई थी। शहर के स्वालेनगर में जगह भी चिंहित कर ली गई थी। शासन की तरफ से अप्रैल तक चार्जिंग स्टेशनों का कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए जा चुके थे। कोरोना महामारी के चलते चार्जिग स्टेशन पर लगे ब्रेक के बाद अब अक्टूबर या नवम्बर में चार्जिंग स्टेशन तैयार होने की संभावना है। अगले वर्ष तक शहर के विभिन्न रूटों पर इलेक्ट्रिक बस दौड़ने की संभावना है। महापौर डा.उमेश गौतम और तत्कालीन कमिश्नर की पहल के बाद अपने स्मार्ट शहर में इलेक्ट्रिक बसें चलाने की तैयारी की गई थी। इसके लिए कार्ययोजना भी तैयार कर ली गई थी। शासन स्तर से अप्रैल तक सभी चार्जिग स्टेशनों को तैयार कराने के निर्देश भी दिए जा चुके थे। कोराना की बढ़ती रफ्तार के बाद चार्जिंग स्टेशन निर्माण की प्रक्रिया में सिरे से रोक लगा दी गई। कोरोना की धीमी पड़ रही रफ्तार के बाद एक बार फिर से इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए कवायद तेज होती नजर आ रही है। बताया है कि स्वालेनगर में स्थित जमीन पर 46 करोड़ से बनने वाले चार्जिंग स्टेशन के लिए टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू करवाकर निर्माण कराने की तैयारी चल रही है। माना जा रहा है दीपावली के बाद तक चार्जिंग स्टेशन तैयार करने के बाद अगली साल तक लोगों इलेक्ट्रिक बसों की सुविधा मिल सकेगी।।
बरेली से कपिल यादव