बरेली- अमर शहीद प्रताप सिंह बारहठ स्मारक पीडब्ल्यूडी पार्क बरेली पर आज एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम सांकेतिक रूप से संपन्न हुआ। 24 मई 1893 को जन्मे उदयपुर राजस्थान मे मां मणिक कवर एवं पिता केसरी सिंह बारहठ के लाल को 24 मई 1918 को केंद्रीय कारागार बरेली में अंग्रेजों द्वारा फांसी दे दी गई थी। उनका जन्म और शहादत दोनों ही 24 मई को हुए हैं इसलिए आज उनकी जयंती और पुण्यतिथि एक साथ मनाई गई और अमर शहीद क्रांतिकारी प्रताप सिंह भारत को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कोरोना लॉकडाउन का पालन करते हुए मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। माल्यार्पण करने वालों में मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष कैलाश मित्तल सभासद सतीश कातिब मनोज मोदी मीडिया के साथी समाजसेवी मुकेश तिवारी दुर्गेश शर्मा हिमांशु मिश्रा कैलाश अस्पताल बरेली नगर निगम बरेली से इब्राहिम माली विक्रम और रविंद्र जी द्वारा माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी । उपरोक्त सभी कार्यक्रम का संयोजन अजय राज शर्मा अध्यक्ष पैराडाइज सोशल ट्रस्ट के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने श्रद्धांजलि देते हुए अमर शहीद क्रांतिकारी प्रताप सिंह बारहठ के विचारों को याद किया जो उन्होंने जेल में अंग्रेजों द्वारा यह कहने पर कि अगर वह माफी मांग ले तो उनकी मां खुश हो जाएगी और उनकी फांसी की सजा टल जाएगी उन्होंने कहा कि मैं अपनी एक मां को खुश करने के लिए 33 करोड़ माताओं की आंखों में आंसू नहीं देख सकता। और फांसी के फंदे को चूम लिया। सभी ने उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की ऐसा परिवार जो पूरा राष्ट्र पर बलिदान हुआ, राजस्थान सरकार ने राष्ट्रीय धरोहर के रूप मे अंगीकृत किया है उन सभी को याद करते हुए सादर श्रद्धांजलि अर्पित की।
अमर शहीद प्रताप सिंह को अर्पित की श्रद्धांजलि
