बरेली। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष कपिल यादव के नेतृत्व मे एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को सर्किट हाउस पहुंचकर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिलकर ज्ञापन सौपा। शिक्षामित्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश मे 20 वर्षों से कार्यरत लगभग डेढ़ लाख शिक्षामित्रों की स्थिति अत्यंत दयनीय व इस मंहगाई मे अल्प मानदेय कारण रोजी-रोटी का संकट आ गया है। शिक्षामित्र पूरे मनोयोग से सभी ड्यूटी निभाते है। संघ के जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने कहा कि 25 जुलाई 2018 को मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में शीर्ष स्तर पर गठित हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट से अवगत कराते हुए लागू किया जाए। शिक्षामित्रों की सेवाकाल 62 वर्ष करते हुए सम्मानजनक वेतनमान प्रदान कर भविष्य सुरक्षित किया जाए। नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षामित्रों के 20 वर्षों के सेवा अनुभव को देखते हुए प्राथमिक विद्यालयों में समायोजित किया जाए। भाजपा ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2017 के संकल्प पत्र में शिक्षामित्रों की समस्याओं को निस्तारण करने का वादा किया था लेकिन आज तक समाधान नही हो सका। ज्ञापन सौंपने वालों में जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल गंगवार, विनीत चौवे, कुमुद केशव पांडे, भगवान सिंह यादव, हेत सिंह यादव, अरविंद गंगवार, विजय चौहान, आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव