7 जनवरी को 500 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ जाऊंगा टिकरी बॉर्डर-अभय चौटाला


कार्यकर्त्ता गांव में बनाएं समितियां, पहुंचें किसान आंदोलन में
सरकार शहीदों के परिवार को नौकरी नहीं देती तो हम देंगे देवीलाल ट्रस्ट में नौकरी
ए.के. चौधरी
रोहतक/हरियाणा- इनेलो के प्रधान महासचिव व ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इनेलो के संस्थापक चौधरी देवीलाल ने किसानों के हितों के लिए देशभर में बड़े-बड़े आंदोलन किए और उन्हीं के पदचिह्नों पर चलते हुए इनेलो पार्टी भी किसान आंदोलन में अपनी प्रमुख भूमिका निभा रही है।
गुरुवार को डबवाली रोड स्थित पार्टी कार्यालय में किसान आंदोलन में शहीद हुए 45 किसानों के सम्मान में उन्होंने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। किसान सैल की जिला स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने पार्टी कार्यकर्त्ताओं से आह्वान किया कि वे गांव स्तर पर कमेटियां बना कर अधिक से अधिक संख्या में टिकरी बॉर्डर पहुंच कर आंदोलनकारी किसानों का पुरजोर समर्थन करें।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से बातचीत में लंबा समय ले रही है, जो प्रमाणित कर रहा है कि वह भ्रम की स्थिति पैदा करते हुए आंदोलन को कमजोर करना चाहती है। उन्होंने सभी पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्त्ताओं से कहा कि वे तीनों काले कृषि कानूनों के प्रति किसानों को जागृत करें क्योंकि इन्हीं कानूनों के रूप में उनका व उनके परिवारों का भविष्य जुड़ा हुआ है। उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह किसानों के आंदोलन को कमजोर करने के लिए विभिन्न षड्यंत्र रच रही है।
अभय चौटाला ने कहा कि वे स्वयं आगामी 7 जनवरी को प्रात: 10 बजे भावदीन टोल प्लाजा से 500 ट
ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर टिकरी बॉर्डर के लिए रवाना होंगे और आंदोलन में सिरसा की महत्ती भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि टिकरी बॉर्डर पर सिरसा से जाने वाले किसानों के रहने की व्यवस्था वे स्वयं करवाएंगे ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़े।
बाद में मीडिया कर्मियों से चर्चा करते हुए इनेलो नेता अभय चौटाला ने कहा कि पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा किसानों के मुद्दे पर विधानसभा सत्र बुलाने की मांग तो अवश्य करते हैं मगर सदन में किसानों के हित की कभी बात नहीं करते। उन्होंने कहा कि सदन में रहते हुए पूर्व सीएम हुड्डा वॉकआऊट कर गए थे और उन्होंने किसान मुद्दे पर बात करना भी उचित नहीं समझा।
इनेलो नेता ने केंद्र सरकार से आंदोलन के दौरान मौत का शिकार हुए किसानों को शहीद का दर्जा देने और उनके आश्रितों को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता व एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ऐसा नहीं कर सकी तो वे अपने स्तर पर शहीद परिवारों के सदस्यों को नौकरी देंगे। एक अन्य सवाल के जवाब में चौटाला ने कहा कि प्रदेशभर में हुए निगम चुनावों में भाजपा और टुकड़े-टुकड़े गैंग का दिवालिया पिट गया और जनता ने उन्हें पूरी तरह से नकार दिया।
बैठक में इनेलो के जिलाध्यक्ष कश्मीर सिंह करीवाला, पूर्व मंत्री भागीराम, विजय सिंह खोड, इनेलो की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य जसवीर सिंह जस्सा, कृष्णा फौगाट, प्रवक्ता महावीर शर्मा, किसान नेता गुरप्रीत सिंह गिल, विनोद दड़बी, रणधीर जोधकां, सुभाष नैन, गुरविंद्र सिंह, अभय सिंह खोड, जसविंद्र बिंदु, विनोद अरोड़ा, जरनैल चंदी, सतपाल छतरियां, प्रकाश ममेरां, प्रदीप मेहता, गुरदयाल मेहता, मनोहर मेहता, मंदर ओढां, डॉ. राजकुमार डूमरा, महेंद्र बाना, भगवान कोटली, ममता मिढा, अंगूरी वर्मा, पुष्पा नारंग, रजनी कंबोज, कमलेश सिद्धु, विनय श्योराण, सुरेश दड़बा, पवन बठला, श्रवण डूडी, नरेंद्र मेहता सहित अनेक वरिष्ठ इनेलो पदाधिकारी व कार्यकर्त्ता मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।