स्वामी विवेकानन्द एकेडमी के बच्चो ने महिलाओं से छेड़खानी रोकने के लिए तैयार किया इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस

मीरजापुर-आशीष तिवारी पुलिस अधीक्षक मीरजापुर ने जनपद में अपराध एवं अपराधियों पर प्रभावी नियन्त्रण के साथ-साथ आम लोगों छात्रों-छात्राओ महिलाओं किशोरियों को भी यातायात नियमों के पालन एवं महिला सुरक्षा के सम्बन्ध में जागरूक करने का प्रभावी प्रयास किया। इन्हीं प्रयासों पुलिस अधीक्षक द्वारा चलायी गयी पुलिस की पाठशाला व थाना प्रभारियों हल्का प्रभारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में चलायी जाने वाली जनचौपाल काफी सराहनीय व प्रभावी रहे हैं। पुलिस अधीक्षक द्वारा मेधावी छात्रों की मेधा का भी समय-समय पर सम्मान किया गया है। चाहे वह विभिन्न विषयों पर चित्रकला निबन्ध प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को एक दिन का थानेदार बनाने की बात हो अथवा बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को अपने कार्यालय में सम्मानित करने की बात हो। महोदय ने छात्रों की प्रतिभा का सदैव सम्मान किया है तथा उन्हें लगातार बेहतर प्रदर्शन करने हेतु उत्साहित किया है। इसी क्रम में स्वामी विवेकानन्द एकेडमी चकचड़िया कछवां मीरजापुर के छात्रों द्वारा तैयार किये गये डिवाईस के बारे में जानकारी हेतु पुलिस अधीक्षक ने सभी छात्रों के दल, प्रधानाध्यापक एवं उनके मार्गदर्शक अध्यापकगण के साथ अपने कार्यालय में मुलाकात कर उनका उत्साहवर्धन किया तथा डिवाईस को और अधिक प्रभावशाली व काम्पैक्ट बनाये जाने हेतु अपना सुझाव भी दिया।

ज्ञातव्य हो कि स्वामी विवेकानन्द एकेडमी चकचड़िया कछवां मीरजापुर के 04 छात्रों ने ऐसा डिवाईस बनाया है जो छूते ही छूने वाले को 2000 बोल्ट का झटका दे सकता है तथा इसमें लगे मोबाईल सेट से लास्ट काल वाले नम्बर पर आटोमेटिक काल भी चला जायेगा। उक्त डिवाईस को बनाने वाले छात्रों के दल में *1-अनुराग सिंह पुत्र श्रवण कुमार सिंह निवासी पाहों थाना कछवां मीरजापुर, 2-आशीष उपाध्याय पुत्र महेश नारायण उपाध्याय निवासी बजहां थाना कछवां मीरजापुर, 3-अनन्त उपाध्याय पुत्र धीरेन्द्र कुमार उपाध्याय थाना कछवां मीरजापुर, 4-आकर्षित तिवारी पुत्र अनिल कुमार त्रिपाठी निवासी दामोदरपुर थाना कछवां मीरजापुर हैं तथा उनके मार्गदर्शक व प्रेरणाश्रोत ऋषिकान्त उपाध्याय निवासी पाण्डेयपुर वाराणसी हैं जो स्वामी विवेकानन्द एकेडमी चकचड़िया कछवां मीरजापुर में विज्ञान के अध्यापक हैं तथा वाईस प्रिन्सिपल भी हैं। इन बच्चों को स्कूल में साथ पढ़ने वाली छात्राओँ के साथ रास्ते में घटी छेड़खानी की एक घटना के बाद इस डिवाईस को बनाने की प्रेरणा मिली। जिसके बाद उन्होंने एक ग्लव्स के ऊपर क्वायल,मोबाईल सेटअप, एसी कन्वर्टर, चार्जिंग सेटअप, 3.71 बोल्ट बैटरी तथा स्विच की मदद से ये डिवाईस बना डाला। जिसे महीने में केवल एक बार चार्ज करना पड़ता है।
पुलिस अधीक्षक ने बच्चों द्वारा बनाये गये डिवाईस का अवलोकन किया तथा उनके द्वारा बनाये गये तथा डिवाईस की सराहना करते हुये डिवाईस को और परिष्कृत व प्रभावशाली बनाये जाने हेतु अपने सुझाव बच्चों व उनके मार्गदर्शक को बताये। साथ ही डिवाईस को और परिष्कृत बनाये जाने हेतु सहयोग देने के लिये भी कहा। पुलिस अधीक्षक ने डिवाईस को महिलाओं की सुरक्षा हेतु काफी उपयोगी बताया तथा सुधार के पश्चात इसके प्रयोग हेतु आवश्यक कार्यवाही कराये जाने की बात भी कही गयी।
पुलिस अधीक्षक से मुलाकात के बाद बच्चे काफी उत्साहित व खुश दिखायी दिये तथा पुलिस अधीक्षक महोदय ने सभी बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य तथा जीवन में बेहतर प्रदर्शन करने का संदेश दिया।
मीरजापुर से बृजेन्द्र दुबे की रिपोर्ट

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