बरेली। बुधवार को सीएम योगी बरेली मे जनसभा को संबोधित करने आ रहे है। जिसको लेकर विद्युत लाइन दुरुस्त करने व सड़को को सही करने का काम जोरों से चल रहा है। जिसको लेकर विद्युत विभाग द्वारा कमल टॉकिज लाइन पर तारों को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा था। इस दौरान विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। चौकी चौराहे वाली रोड पर जाने वाले पोल पर विभाग का अस्थाई कर्मचारी लाइन सही करने को चढ़ा और करंट की चपेट मे आकर गिर गया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने उसे सड़क पर तड़पता छोड़कर वहां से जाना उचित समझा। जिससे उसकी कुछ देर बाद मौत हो गई। उसके साथ काम करने वाले साथी कर्मचारियों ने विभाग के अधिकारियों को फोन कर घटना से अवगत कराया लेकिन काफी देर तक कोई अधिकारी मौके पर नही पहुंचा तो कर्मचारियों ने सड़क पर जाम लगा दिया। मृतक के परिजनों को पता चला तो घर मे कोहराम मच गया। वही मृतक के भाईयों ने विभाग के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया और विभाग के खिलाफ नारेबाजी शुरू दी। घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस व अधिकारी मौके पर पहुंच गए। काफी समझाने के बाद कर्मचारियों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जाने दिया। वहां लगे जाम से तब जाकर लोगों को छुटकारा मिला। थाना बिथरी चैनपुर के गांव गोपालपुर नगरिया निवासी रामभरोसे का 27 वर्षीय बेटा कैलाश कुमार सिविल लाइन उपकेंद्र तीन मे लाइनमैन के पद पर संविदा कर्मचारी के रूप में तैनात था। दोपहर लगभग 3 बजकर 15 मिनट पर वह प्रभा टाकिज से चौकी चौराहा पर जाने वाली रोड पर लाइन को सही करने के लिए चढ़ा तब शटडाउन होने के बाद भी अचानक लाइन शुरू कर दी गई। जिससे कैलाश करंट की चपेट में आ गया और सड़क पर गिर गया। इस दौरान वहां मौजूद अधिकारी काम छोड़कर भाग गए। वहीं साथी कर्मचारियों ने उसे जब देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। कैलाश के साथ चार और कर्मचारी काम कर रहे थे। लेकिन विभाग ने किसी के लिए भी सेफ्टी किट उपलब्ध नहीं कराई थी। अगर वह लोग सेफ्टी किट पहने होते तो शायद कैलाश की जान नही जाती। मृतक के भाई आकाश ने बताया डेढ़ साल पहले कैलाश की शादी हुई थी। परिवार में दो बच्चे व पत्नी आरती को छोड़ गया है।।
बरेली से कपिल यादव