बरेली। लॉकडाउन के चलते कई परेशानियों का सामना कर रहे लोगों को सरकार कुछ और छूट दी है। इसके तहत बुद्धवार से सरकारी व निजी अस्पतालों में ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं शुरू हो गयी। हालांकि जिन इलाकों को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है वहां कोई गतिविधि नहीं होगी। ये इलाके पूर्व की तरह सील रहेंगे। देश में 71 दिन के लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री मोदी कह चुके हैं कि अब आपको कोरोना के साथ ही जीना है। ऐसे में सबको एहतियात ज्यादा बरतनी है। सरकार ने एक जून से लागू हुए अनलॉक वन में सभी बाजार खोल दिए है। बुधवार से सरकारी और प्राइवेट अस्पताल की ओपीडी भी शुरू कर दी गई हालांकि पहले दिन जिला अस्पताल में भीड़ काफी कम दिखाई दी। जो मरीज इलाज के लिए पहुंचे थे। उनको दवा भी उपलब्ध कराई गई है। दरअसल कोरोना संक्रमण के चलते सभी सरकारी व निजी चिकित्सालय की ओपीडी 26 मार्च से बंद करा दी गई थी। ओपीडी बंद होने से मरीज झोलाछाप से दवा लेकर किसी तरह इलाज करा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ डीएस आर्य ने बताया कि इमरजेंसी ओपीडी व ऑपरेशन पहले से ही चालू थे। बुधवार से जनरल ओपीडी शुरू कर दी गई। सभी रोगों के विशेषज्ञ अपने अपने कक्ष में बैठे हैं और मरीजों का इलाज किया गया हालांकि बुधवार को मरीज काफी कम अस्पताल आए।
ओपीडी में अस्पताल पहुंचे 100 से अधिक मरीज
डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि बुधवार को ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे सभी लोगों के हाथ सैनिटाइजर कराने के बाद ही लाइन में लगने दिया गया मरीजों का चेकअप सामाजिक दूरी के साथ किया गया। बुधवार सुबह से दोपहर दो बजे तक 100 से अधिक मरीज से अधिक का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जबकि आम दिनों में दोपहर ग्यारह बजे तक एक हजार मरीज दवा लेने पहुंच चुके होते थे।
हल्का भोजन करें लोग
डॉ वागीश वैश्य ने बताया कि इन दिनों मरीजों को पेट की बीमारियां ज्यादा हो रही है। अधिकांश मरीज पेट के रोग से परेशान होकर अस्पताल आ रहे हैं। इसका मुख्य कारण है कि लोगों की चर्या में परिवर्तन होना है। ऐसे में मरीजों को चाहिए कि गर्मी के दौरान हल्का व सादा भोजन का सेवन करें। अधिकांश बीमारियां पाचन क्रिया दुरुस्त न होने से होती हैं।
खराब हो गई सैनिटाइजिंग मशीन
ओपीडी के प्रवेश द्वार पर अस्पताल प्रबंधन ने दो मशीनें लगवाई हैं ताकि लोग ओपीडी में अंदर प्रवेश करते समय हाथ को सैनिटाइज कर सकें। इन मशीनों को लगे अभी 15 दिन भी नहीं गुजरे हैं कि मशीनो ने काम करना बंद कर दिया है। ऐसे में मरीजों के हाथों को सैनिटाइज करने के लिए कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है।
मरीजों का रखा जा रहा है विशेष ख्याल
डॉ एमपी अग्रवाल का कहना है कि सभी मरीजों का परीक्षण सामाजिक दूरी बनाकर किया जा रहा है। मरीजों के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान भीड़ न जुटे। इस बात का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।।
बरेली से कपिल यादव