बरुआसागर(झाँसी)केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य /स्वच्छता अभियान के तहत गरीबों को निशुल्क शौचालय बनवाने हेतु चयनित लाभार्थियों की जमीनी हकीकत जानने हेतु एडीएम(प्रशासन)की उपस्थिति से हड़कम्प मच गया।चयनित गरीब लाभार्थियों ने इतनी कम रकम में शौचालय के निर्माण में असमर्थता जाहिर की।तो वहीं शोचलाय निर्माण में अधिकांश लाभार्थियों के घरों में शौचालय के नाम पर सिर्फ गड्ढ़ा खुदा मिला।सभी ने एक स्वर में मात्र आठ हजार में शौचालय के निर्माण में असमर्थता जाहिर की।प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार की पहल के अनुसार गरीब परिवार को खुले में शौच जाने से रोकने हेतु सरकार द्वारा घरों में ही निशुल्क शौचालय बनवाने हेतु आर्थिक सहायता देने का काम किया जा रहा है।नगर में भी नगर पालिका परिषद द्वारा चयनित गरीब लाभार्थियों को नामित करते हुए धन की प्रथम क़िस्त आवंटन की गयी थी।बुधवार की देर शाम अपर जिलाधिकारी (प्रशासन)हरिशंकर द्वारा जमीनी निरीक्षण करने पर तमाम पोल खुलती नजर आयी।शौचालय निर्माण की जमीनी हकीकत देखने पहुंचे एडीएम को लाभार्थियों ने दुखड़ा रोते हुए बताया कि अभी सिर्फ पहली किस्त जारी की गयी है।साथ ही सरकार द्वारा जो कुल आठ हजार रुपये शोचलाय निर्माण के लिये दिए जाने है उससे तो शोचलाय का आधा निर्माण भी होना सम्भव नही है।और हम सभी आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर है।लोगों की शिकायत पर एडीएम हरिशंकर द्वारा पालिका प्रशासन को एक निर्माण कम्पनी से ठेके के तहत शोचलाय निर्माण करवाने के आदेश दिए।वहीँ उपस्थित तमाम लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि हमें किसी भी कीमित पर खुले में शौच नही जाना है।खुले में शौच से तमाम बीमारियों का प्रबेश हमारे शरीर मे होने का खतरा बना रहता है।अतः हमें स्वयं को जागरूक होते हुए अन्य खुले में शौच कर रहे लोगों को भी जागरूक करते हुए रोकने का प्रयास करना होगा।एडीएम ने लोगो को चेताते हुए कहा कि तमाम समझाइस के बाबजूद जो भी खुले में शौच के लिए जाएगा उस पर दण्डात्मक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।एडीएम हरिशंकर द्वारा निरीक्षण के दौरान नगर के झलकारीबाई नगर,इंदीवर नगर,परिवारन खिरक सहित अन्य तमाम जगह शौचालयों के निर्माण की जमीनी हकीकत जांची।एडीएम(प्रशासन)के निरीक्षण के मौके पर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी सन्तोष कुमार,वरिस्ठ लिपिक रमा शंकर दुबे,लेखाकार कौशल राय,जेई विकाश साहू सहित अन्य पालिका प्रशासन का अमला मौजूद दिखायी दिया।
रिपोर्ट: अमित जैन, उमेश रजक बरुआसागर