बरेली। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने रविवार को वादा निभाओ शिक्षामित्र बचाओ आंदोलन ट्विटर पर हैशटैग के साथ ट्रेंड किया। सायंकाल सात बजे तक दस लाख से अधिक ट्वीट हो चुके थे। देश में एक समय यह ट्रेंड शीर्ष पर रहा। संघ के जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने कहा कि सरकार को शिक्षामित्रों के साथ किया अपना वादा याद दिलाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। कोविड काल में भी जून का मानदेय सरकार देने को तैयार नही है जबकि शिक्षामित्रों को जून में भी ड्यूटी में लगाया जा रहा है। ईएसआई से लेकर फंड तक का प्रावधान नही है। जिला महामंत्री कुमुद केशव पांडे ने बताया कि हमारी समस्याओं को सरकार बनने के तीन माह के भीतर हल करने का वादा किया गया था लेकिन आज चार साल से अधिक हो जाने के बाद भी सरकार द्वारा अपना वादा नही पूरा किया गया। जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल गंगवार ने बताया कि शिक्षामित्रों को 12 माह 62 वर्ष का मानदेय के साथ स्थाईकरण की नीति बनाई जाए। ट्विटर अभियान को संरक्षक विनीत चौबे, महामंत्री कुमुद केशव पांडे, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल गंगवार, भगवान सिंह यादव, धर्मेंद्र पटेल, विजय चौहान, हेत सिंह यादव, अचल सक्सेना, आसिम हुसैन, सज्जाद अंसारी, कुंवरसेन गंगवार, अरविंद गंगवार आदि प्रमुख रूप से जिले के समस्त शिक्षामित्रों ने सफल बनाया।।
बरेली से कपिल यादव