शहीद जगदीश वत्स की जयंती पर की उनकी जीवनी को पाठ्यक्रम मे शामिल करने की मांग

हरिद्वार/ रुड़की:दिशा शिक्षा प्रेरक ट्रस्ट के बैनर तले आयोजित एक कार्यक्रम मे अमर शहीद जगदीश प्रसाद वत्स को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।शहीद वत्स के भांजे श्रीगोपाल नारसन ने इस अवसर पर बताया कि 17 वर्षीय जगदीश प्रसाद वत्स ने सन 1942 में ऋषिकुल आयुर्वेदिक में पढते हुए आजादी का बिगुल बजाया था। कालेज के छात्रों का नेतृत्व करते हुए 17 वर्षीय जगदीश प्रसाद वत्स ने तिंरगे झण्डे हाथ में लेकर अंग्रेज पुलिस को चुनौती देने का साहस किया था।
उन्होंने बताया कि सन 1942 की 14 अगस्त को जगदीश प्रसाद वत्स ने सुभाष धाट पर पहला तिरंगा फैहराया तो अंग्रेज पुलिस की एक गोली उनके बाजू को चीरती हुई निकल गई । धायल जगदीश ने धोती को फाडकर धाव पर बांध लिया और फिर दूसरा तिरंगा फैहराने के लिए डाकधर की तरफ दौड लगा दी। पुलिस की गोली चलने से बाकी छात्र तो तितर बितर हो गए थे ,लेकिन 17 वर्षीय जगदीश तिरंगे फैहराने की जिद पर अडिग रहा और उसने दूसरा तिरंगा डाकधर पर फैहरा दिया। वहां भी पुलिस ने गोली चलाई जो जगदीश के पैर में लगी। जगदीश ने फिर पटटी बांधी और रेलवे लाईन के रास्ते रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर पाइप के रास्ते उपर चढकर तीसरा तिरंगा फैहरा दिया। जहां उन्हें तीसरी गोली लगी और बाद मे उनकी शाहदत हो गई।
सन्दल सिंह इंटर कालेज के संचालक वरिष्ठ अधिवक्ता ताराचन्द सैनी ने कहा कि ग्राम खजूरी अकबरपुर निवासी जगदीश वत्स का शव भी पुलिस ने उनके पिता पंडित कदम सिंह शर्मा को नही दिया था।उल्टे दुस्साहसी अंग्रेजो ने जगदीश वत्स को गोली मारने वाले पुलिस इन्स्पैक्टर प्रेम शंकर श्रीवास्तव को पुलिस मैडल प्रदान किया था। लेकिन देश आजाद होने पर प्रथम प्रधान मन्त्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने जगदीश वत्स की राष्टृभक्ति व वीरता की प्रंशसा करते हुए एक विजय टृाफी वत्स परिवार को दी थी। जो धरोहर के रूप में आज भी सुरक्षित है।

दिशा शिक्षा प्रेरक ट्रस्ट के अध्यक्ष फिरोज अहमद ने जानकारी दी कि जगदीश वत्स की स्मृति में उनके गांव खजूरी अकबरपुर में एक जूनियर हाई स्कूल, एक अस्पताल, एक सडक बने हुए है। वही हरिद्वार में भी भल्ला पार्क व ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज में उनकी प्रतिमाए स्थापित है।परन्तु यदि अमर शहीद जगदीश प्रसाद वत्स के नाम से सरकार द्वारा कोई पुरूस्कार शुरू किया जाता है और उनकी जीवनी को पाठयक्रम में शामिल किया जाता है तो यह शहीद जगदीश वत्स के प्रति सबसे बडी श्रद्धाजंलि होगी। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव चौधरी अनित सिंह ,प्रेम दत्त गोदियाल,आशीष सैनी,रवि कौशिक,संजय शर्मा,प्रवीण कुमार,नवीन शर्मा ,नवीन जैन आदि ने अमर शहीद जगदीश वत्स को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

-हरिद्वार से तसलीम अहमद

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