शहर में लगे हर तरफ कूड़े के ढेर ,दे रहे बीमारियों को बढ़ावा:पालिका प्रशासन सोया हुआ है कुम्भकर्णी नींद

मुज़फ्फरनगर – जनपद मुज़फ्फरनगर में बीते माह नगर विकास मंत्री के आगमन पर जहां शहर की सफाई व्यवस्था चाक चौबन्द देखी गई थी वहीँ मंत्री के जाने के बाद कुछ ही दिनों में नगर पालिका परिषद अपनी पुरानी चाल में आ गई है, और आँखें मूंदे सो रही है जबकि शहर के हर चौक चोराहे से लेकर गली मुहल्लों में फैले कूड़े के ढेरों में जहां आवारा पशुं मुँह मार रहे है वहीं इन कूड़े के ढेरों से विभिन्न तरह की बीमारी फैलने का भी खतरा बनता जा रहा है, लेकिन पालिका प्रशासन पर इसका कोई असर देखने को नही मिल रहा है।

बता दे अभी बीते माह नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना का जनपद में दौरा हुआ था जिसपर पूरे नगर क्षेत्र में जहां सफाई व्यवस्था चुस्त – दुरुस्त की गई थी वहीं सड़कों पर कली आदि भी डलवाई गई थी ।लेकिन नगर पालिका प्रशासन की शहर की साफ सफाई की पोल प्रभारी मंत्री के सामने भी खुल गई थी और उसमे प्रभारी मंत्री ने सांसद , विधायक से लेकर नगर पालिकाध्यक्ष से अपनी नाराजगी भी व्यक्त करा भविष्य में नगर की मुख्य समस्या जल निकासी के साथ ही साफ सफाई कराए जाने के भी दिशा निर्देश दिए थे।लेकिन जैसे – जैसे दिन बीतते गए ठीक उसी तरह नगर पालिका प्रशासन और नेतागण अपने अपने कामो में लग गए ।

यहां स्थानीय मंत्री और सांसद की बात करें तो किसी ने भी जनता के बीच या चाक चौराहों पर एक बार भी जाकर नही देखा की शहर में आखिर क्या हो रहा है नेता जी तो अब लग गए प्रचार प्रसार में ।लेकिन जिसका मुख्य दायत्व बैठता है वह है नगर पालिका प्रशासन की टीम जो अपनी आँखे मूंदे बैठी है।जिन्हें शहर की सफाई व्यवस्था शायद दिखाई नही देती है शहर मुख्यत जगहों में जैसे ईद गाह रोड , रुड़की रोड , जानसठ रोड प्रेम विहार के सामने ,
कूकड़ा मंडी बालाजी चौक से आगे मुख्य सड़कों पर जहां कूड़े के ढेर लगे हुए है जिनमे आवारा पशुओं के साथ ही गौवंश तक लोट लगा रहे है ।इस तरह मुख्य सड़कों पर फैले कूड़ों से जहां हर समय ऐक्सिडेंट होने का खतरा बना रहता है वहीँ विभन्न तरह की बीमारी फैलने की भी आशंका से इंकार नही किया जा सकता ।अब देखना होगा की क्या जिले के आलाधिकारी इस तरफ भी ध्यान देंगें ।

– मुजफ्फरनगर से भगत सिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।