मिर्जापुर। रेलवे आरक्षण केंद्र पर यात्रियों के रिजर्वेशन के लिए बनाई गई तीन खिड़कियों में केवल एक खिड़की खुलती है जिससे रिजर्वेशन के लिए यात्रियों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है।जब वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत यात्रीयो द्वारा की जाती है तो अधिकारी टिकट काउंटर पर लिखे फरमान का हवाला देकर यात्रियों के मुह को बंद कर देते है ।
जानकारी के लिए बतादूँ कि मिर्ज़ापुर रेलवे स्टेशन बहुत बड़ा स्टेशन है यहां पर रिजर्वेशन के लिए सोनभद्र भदोही और मिर्ज़ापुर जिले के यात्री रिजर्वेशन के लिए आते है रात भर लाइनों में रिजर्वेशन के लालच में बैठे रहते है और सुबह से कुछ देर के लिए तीनो खिड़की खोलने के बाद बन्द कर दिया जाता है जबकि यात्री पूरे दिन लाइनों में लग कर रिजर्वेशन के लिए परेशान होते है।दिन के दो बजे के बाद एक खिड़की खुलती है उसमे महिलाओं के लिए कोई अलग से व्यवस्था नही है उसी एकल रिजर्वेशन खिड़की में महिला पुरुष दोनों लाइन लगाते है और फिर कड़ी मशक्कत के बाद यात्रियों को टिकट मिल पाता है।वही रेलवे प्रशासन बड़े बड़े दावे करता है लेकिन यात्रियों के लाइन में लगाने की समस्या से निजात दिलाने में असमर्थ दिख रहा है।
मिर्जापुर से बृजेन्द्र दुबे की रिपोर्ट