राजातालाब तहसील के नवनिर्मित भवन मे शिफ्ट नहीं हो सका पुरानी तहसील

वाराणसी- रोहनिया पीएम नरेंद्र मोदी के लोकार्पण के बाद भी वाराणसी में नहीं चालू हुआ राजातालाब तहसील का नवनिर्मित भवन
साढे तीन करोड़ के भवन के लोकार्पण के आठ महीने बाद भी नहीं खुले ताले

अधूरा निर्माण होने से आज भी काम जारी

राजातालाब तहसील मुख्यालय पर तीन करोड़ चालीस लाख रुपए की लागत से बनाए गए सर्व सुविधा युक्त नवनिर्मित तहसील भवन में लोकार्पण होने के आठ महीने बाद भी ताले पड़े हैं। इस भवन में अभी तक पुरानी तहसील कार्यालय शिफ्ट नहीं हुआ है। लोगों की माने तो भवन में बाहर गेट पर ताले जरूर पड़े हैं,
पीएम नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में योजनाओं की सौगात के साथ सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए लगातार जतन कर रहे हैं। हालांकि, कुछ प्रॉजेक्ट्स स्थानीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते शो पीस बना हुआ है।

ताजा उदाहरण है राजातालाब तहसील का नवनिर्मित भवन, जो पीएम द्वारा लोकार्पण होने के बाद भी अब तक चालू नहीं हुआ है।

अधूरे निर्माण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने लोकार्पण कर दिया था। भवन के पूर्ण न होने के कारण यहां के अधिवक्ताओ ने लोकार्पण का विरोध भी किया था। लेकिन यह भवन लोकार्पण के बाद से ही बंद है। इसका आज तक उपयोग नहीं हो सका। जानकारी के मुताबिक यह नवनिर्मित भवन देश का सबसे पहला तहसील भवन हैं, जहां सभी सुविधाएं हैं। भवन के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए पीएम ने स्वयं कहा था कि यह भवन सर्वसुविधा वाला है। वहीं लोगों के मुताबिक भवन के लोकार्पण के बाद से ही इसका उपयोग नहीं हुआ। जानकारी के मुताबिक इस भवन में आगे के दरवाजे से ताला पड़ा हैं लेकिन पीछे की बाउंड्रीवॉल का काम पूरा न होने से पूरा परिसर खुला पड़ा है। इसका निर्माण बाकी है।

भवन के पीछे साइड से बाउंड्रीवाल अधूरी पड़ी है, जिससे परिसर में आ-जा सकते हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता ने जाना हाल
बतादें, सामाजिक कार्यकर्ता राज कुमार गुप्ता ने जब आज इस नवनिर्मित भवन पर पहुंचकर मौके का हाल जानना चाहा तो एक बार फिर इस भवन पर ताला जड़ा मिला। कोई भी अफसर या कर्मचारी यहां उपस्थित नहीं था जो इसके संचालन की जानकारी दे पाता। इस नवनिर्मित भवन से जुड़ी कोई भी जानकारी यहां पर ना तो उपलब्ध है नहीं कोई देने वाला है।

रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय के साथ (राजकुमार गुप्ता) वाराणसी

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