राजकीय आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ की प्रान्तीय कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न

उत्तराखंड/देहरादून: देहरादून में द्रोण होटल में राजकीय आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ की प्रान्तीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गयी जिसमें निदेशक, आयुर्वेद एवं यूनानी सेवाएं डॉ० वाई एस रावत भी उपस्थित रहे।

राजकीय आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ (पंजीकृत) के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ० डी० सी० पसबोला द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि मीटिंग में संवर्ग हित में कई प्रस्ताव पारित करते हुए वार्षिक सदस्यता शुल्क दुगुना कर दो हजार रूपए करने‌ एवं आगे से आजीवन सदस्यता का नियम समाप्त करने जैसे निर्णय लिए गए। साथ ही निदेशक नियमावली, डी ए सी पी, पेंशन प्रकरण एवं रजिस्ट्रार प्रकरण के सम्बंध में आयुष मंत्री डॉ० हरक सिंह रावत को ज्ञापन दिए जाने पर सहमति बनी।

प्रान्तीय अध्यक्ष डॉ० के० एस० नपलच्याल द्वारा जहां आयुष चिकित्सकों के लिए निदेशक नियमावली बनाने एवं जल्द डीएसीपी दिए जाने की पुरजोर वकालत की गयी, तो दूसरी ओर प्रान्तीय महासचिव डॉ० हरदेव रावत ने पेंशन प्रकरण का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया।संघ आयुष मंत्री डॉ० हरक सिंह रावत से भी मिला। मंत्री जी द्वारा संघ की सभी मांगों पर सकारात्मक आश्वाशन दिया गया।

बैठक में जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी देहरादून डॉ० मिथिलेश कुमार, संयुक्त निदेशक डॉ० एम० पी० सिंह, डॉ० आशुतोष पंत, डॉ० डी० डी० बधानी, डॉ० हरिमोहन त्रिपाठी, डॉ० के० एन० भट्ट, डॉ० गजेन्द्र बसेरा, डॉ० दीपांकर बिष्ट, डॉ० मीरा रावत, डॉ० वन्दना डंगवाल, डॉ० राकेश सेमवाल, डॉ० चौकियाल, डॉ० के० के० पाण्डे, डॉ० राकेश खाती, डॉ० नीरज कोहली, डॉ० आलोक शुक्ला, डॉ० हरिद्वार शुक्ला, डॉ० दिनेश जोशी, डॉ० राकेश‌ जोशी, डॉ० एच० एस० धामी‌, डॉ० शैलेश जोशी, डॉ० दिनेश शर्मा, डॉ० सक्सेना आदि इत्यादि उपस्थित रहे।

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