यूपी के अम्बेडकरनगर जिले में पालीथिन बैन की उड़ाई जा रही है धज्जियां

*छ्ठवे दिन भी नहीं दिखी पालीथिन बैन की झलक
*प्रदेश में तीन चरणों में प्लास्टिक पूरी तरह बैन करने की योजना बनाई गई है
*झोले के नाम पर ग्राहकों का खूब हो रहा है शोषण

अम्बेडकरनगर, ब्यूरो- भले ही क्यों न पालीथिन बैन करने पर जोड़ डाल रही है लेकिन आदेश का कोई मतलब जनपद के नहीं दिख रहा है। जहां पर थोड़ा बहुत आदेश का पालन हो भी रहा है वहां ग्राहकों से झोले का अलग से पैसा जोड़ा जा रहा है । अगर कोई दुकान पर खुलता समान ( चीनी, दाल जैसी अन्य सामान) लेने जाता है तो दुकानदार ग्राहक को जितना किलो का सामान चाहिए उतने ही किलो की थैली में बिना मुंह बांधे ही सामान दे देते है। ऐसे में अगर ग्राहक घर से झोला लेकर गया भी है तो बिना मुंह बधे थैली को अगर झोले में रखते है तो जितने भी खुलता सामान है सब आपस में मिल जाते है जिससे ग्राहक को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है। अब आते है जनपद के इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के केदारनगर बाजार में यहां आज भी पालीथिन धड़ल्ले से प्रयोग किया जा है। यहां पर सब्जी मंडी से लेकर मुर्गा मंडी और किराना स्टोर की दुकान तक पालीथिन का प्रयोग खूब किया जा रहा है। यहां दुकानदारी इस कदर चमक रही है कि अगर कोई ग्राहक भूल से भी पालीथिन के विरोध में यह बोल दिया की पालीथिन का उपयोग मत करो या पालीथिन में सामान नहीं चाहिए तो दुकानदार गुस्से में झोला देकर उसका भी पैसा काट लेते है।
यहां अभी तक शासन और प्रशासन के तरफ से कोई भी जागरूकता अभियान नहीं चलाया गया है। जनता के अंदर एक सवाल बार – बार उठ रहा क्या सच में इस बार पालीथिन बंद हो जाएगी (“इस बार” शब्द इस लिए कि ऐसे कई बार बंद हुआ और चालू हुआ) या पहले की तरह फिर हवा हवाई हो जाएगी। आखिर क्यों न उठे ऐसे सवाल जब पालीथिन बैन करने को लेकर शासन और प्रशासन के तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे है। आज भी बाजार में खुले आम पालीथिन का प्रयोग किया का रहा लेकिन इस पर किसी भी जिम्मेदार की नजर नहीं पड़ रही है।
गौरतलब है कि प्रदेश में 15 जुलाई से 50 माइक्रॉन से कम की पॉलिथीन के प्रयोग पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, बाजारों में आज भी को भी पॉलिथीन बैग का धड़ल्ले से इस्तेमाल होता रहा। सब्जी वाले और फल वाले जानकारी के अभाव में पॉलिथीन का प्रयोग करते देखे गए।
जानकारी के लिए बता दे कि प्रदेश में तीन चरणों में प्लास्टिक पूरी तरह बैन करने की योजना बनाई गई है। 15 जुलाई से सिर्फ 50 माइक्रॉन तक के पॉलिथीन व उससे बने कैरीबैग को प्रतिबंधित करने का फैसला किया गया था। दूसरे चरण में 15 अगस्त से प्लास्टिक व थर्माकोल से बनी थाली, कप, प्लेट, कटोरी, गिलास आदि के प्रयोग को बैन किया जाएगा। तीसरे चरण में 2 अक्तूबर से प्रदेश में ऐसे सभी तरह के प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने का फैसला किया गया है जो डिस्पोजेबल नहीं हैं। इस फैसले के बाद पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाने वाला यूपी 19वां राज्य हो गया है।

-अखण्ड प्रताप सिंह, ब्यूरो अम्बेडकरनगर

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