उत्तराखंड/लैन्सडाउन- आज पहाड़ो के अंदर बहुत लोग बागवानी कर रहे हैं कुछ लोग सम्पन्न होने के कारण शौकिया तौर पर बागवानी करते हैं कुछ लोग खाने कमाने के लिए करते हैं कुछ ऐसे भी है जो दूसरों के घर चलाने के लिए भी बागवानी या अन्य कारोबार करते हैं इस युवा का नाम है महेंद्र असवाल इनका बगीचा पुस्तैनी था लेकिन कुछ समय पहले इनका परिवार भी गांव से पलायन हो गया था पर पहाड़ में अपने पुस्तैनी घर बगीचे को बर्बाद होते इनसे न देखा गया फिर महेंद्र ने घर वापसी कर सबसे पहले अपने बगीचे को पुनः जीवित किया आज बगीचे में 300 से ऊपर पेड़ फल दे रहे हैं और करीब 300 के लगभग और पेड़ नए लग गए हैं ,मनरेगा के तहत बगीचे को सुरक्षित रखने के लिए तारबाड़ करवा दी है
पहाडों में बागवानी या अन्य कारोबार केवल सम्पन्न लोग ही कर रहे हैं आम बेरोजगार केवल सरकारी तंत्र का मुंह ताक रहा है ।
आज तहसील लैन्सडाउन के बरस्वार गांव में प्रशासन के साथ साथ पशु चिकित्सालय ,उत्तराखंड ग्रामीण बैंक ,उप जिलाधिकारी अपर्णा ढोंडियाल ,आदि कई विभागों के अधिकारी पहुचे थे सभी विभागों के अधिकारियों ने अपनी योजनाओं के बारे में जानकारी दी ।उप जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे युवाओं का साथ दे।
जब मीडिया ने उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के ब्रांच मैनेजर से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के बारे में बात की तो उनका कहना था कि योजना बहुत है लेने वाले कम।जिसे भी लोन लेना है वो दो सक्षम गारंटर ले आये लोन मिल जाएगा या फिर समूह बनाकर लोन ले सकता है।
– पौड़ी गढ़वाल से इन्द्रजीत सिंह असवाल