समस्तीपुर /बिहार- समस्तीपुर शहरी क्षेत्रों सहित जिले के ग्रामीण ईलाका में निजी अस्पताल खोलकर सरकारी नियमों की विना परवाह किए हुए कई वषों से जारी है ,जहाँ सरकार द्वारा दावा किया जाता रहा है कि सरकारी अस्पताल में गरीब जनता के लिए पूरी ईलाज की व्यवस्था मौजूद है वहीं मजबूरी बस लोग प्राइवेट अस्पताल की ओर रुख कर जाते हैं । हम आपको बता दें कि यह सिलसिला काफी पुराना है जहां सरकार द्वारा बिचौलियों पर शिकंजा कसने की प्रक्रिया जारी रहती है वही बीच रास्ते से ही गरीब मरीजों को दलालों द्वारा निजी अस्पताल में कुछ कमाई को लेकर भर्ती करा दिया जाता है और पुनः अच्छे इलाज ना होने के कारण उनकी मौत हो जाती है , हम आपको बता दें की समस्तीपुर जिला के अंदर निजी अस्पतालों में कई ऐसी घटनाएं घटी है जिससे कि ईलाज के बाद मौत पर परिजनों ने हंगामा किया है।जिला अस्पताल के पदाधिकारी द्वारा घटना को लेकर कुछ अस्पतालों पर कार्रवाई भी की गई है लेकिन फिर कुछ दिनों के बाद यह सिलसिला जारी हो जाता है , हम आपको बता दें कि जिले के अंदर में दर्जनों ऐसे अस्पताल हैं जिनके पास ना तो नियम का पालन है ना ही सरकारी रूप से अस्पताल खुलने की शर्तें वह अपनी कमाई के कुछ हिस्से कुछ ऐसे बड़े लोगों तक पहुंचा देते हैं और उसके बाद पुनः उनका अस्पताल चलता रहता है , हम आपको बता दें कि इसी तरह की एक घटना समस्तीपुर के एक निजी अस्पताल का आया है शहर के नामी निजी अस्पताल समस्तीपुर काशीपुर में आँपरेशन के दौरान महिला की मौत हो गई परिजनों ने समस्तीपुर मुसरीघरारी पथ को घंटों जाम कर दिया जिसके कारण यातायात व्यवस्था चरमरा गया , पुलिस मौके पर पहुंच कर सड़क जाम तो हटा दिया , वही परिजन मौत पर न्याय की गुहार लगाते रहे , इस घटना की जानकारी पाते ही इनौस के नेता सुरेन्द्र अपने कार्यकर्ताओं के साथ निजी अस्पताल पर पहुंचे न्याय की गुहार लगाने लगे। वहीं सुरेंद्र ने इस घटना को लेकर समस्तीपुर सिविल सर्जन एवं जिला अधिकारी से घटना को लेकर जांच की मांग की है एवं समस्तीपुर जिले के अंदर चल रहे अवैध निजी अस्पताल पर नकेल लगाने की मांग किया है अब देखना है कि समस्तीपुर जिला के अंदर में हो रहे निजी अस्पतालों में नियमों के विरुद्ध हो रहे ईलाज और व्यवस्था एवं अवैध रूप से चलाए जा रहे अस्पतालों पर जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करती है यह तो अभी देखना बाकी होगा अगर इसे जल्द नहीं रोका गया तो आने वाले समय में इस तरह मौत का सिलसिला जारी रहेगा और इसका जिम्मेवार आखिर कौन होगा यह सोचना सभी को होगा ।
आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ, समस्तीपुर