बरेली कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने की मांग को लेकर आंदोलन तेज, मानव श्रंखला बनाकर किया विरोध

बरेली। बरेली कॉलेज को राज्य व केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग को लेकर अस्थायी कर्मचारियों का आंदोलन तेज हो गया है। बुधवार को कर्मचारियों ने कॉलेज के पश्चिमी गेट पर मानव श्रंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने लोगों से समर्थन भी मांगा। सामाजिक संगठनों व कॉलेज के छात्र संगठनों ने भी कर्मचारियों को समर्थन दिया है। अब कर्मचारी 27 अगस्त को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी को देंगे। बरेली कॉलेज कर्मचारी कल्याण सेवा समिति के बैनर तले अस्थायी कर्मचारी करीब आठ महीने से बरेली कॉलेज को राज्य या केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने और अस्थायी कर्मियों को नियमित करने की मांग कर रहे हैं। वह कॉलेज में रिसीवर बैठाने की भी मांग कर रहे हैं। कर्मचारी बरेली के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को भी ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन उनकी मांगें नहीं मानी गई हैं। यही वजह है कि एक बार फिर से कर्मचारियों ने आंदोलन तेज कर दिया है। बरेली कॉलेज कर्मचारी कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष जितेंद्र मिश्र के नेतृत्व में बुधवार को सबसे पहले अस्थायी कर्मचारियों ने प्राचार्य दफ्तर पर धरने पर सभा की। नारेबाजी कर जुलूस निकालते हुए पश्चिमी गेट पर गए और हाथ से हाथ मिलाकर मानव श्रृंखला बनाई। कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इसकी वजह से गेट के बाहर की सड़क पर भी जाम लग गया। कर्मचारियों के साथ छात्र नेताओं ने भी कर्मचारी छात्र एकता जिंदाबाद के साथ मांगें पूरी करने के नारे लगाए। जितेंद्र मिश्र ने कहा कि हम कर्मचारी जल्दी मांगों के समाधान न होने पर महाविद्यालय में कार्य बहिष्कार का निर्णय भी ले सकते हैं, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि आखिर सरकारें सुनती क्यों नहीं। बरेली ट्रेड यूनियन के महामंत्री संजीव मेहरोत्रा, अधिवक्ता संजय सिंह, समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश सचिव फरहान अली, जिलाध्यक्ष मुकेश यादव, प्रगतिशील समाजवादी छात्र सभा से राशिद मेवाती, संजय मेवाती ने भी समर्थन दिया। आंदोलन को किसान एकता संघ के डॉ रवि नागर ने भी समर्थन दिया है। मानव श्रंखला में रविंद्र सहारा, विजय पटेल रामू, रामपाल, जयवीर, गंगा प्रसाद, दीपक, सरद कृष्ण मुनीम, हरीश मौर्य, मुकेश यादव, मुकेश शर्मा,सावित्री देवी, राजपाल राकेश, रमेश आदि कर्मचारी मौजूद रहे।।

बरेली से कपिल यादव

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