पुरानी पेंशन बहाली को लेकर संयुक्त मोर्चा की बैठक सम्पन्न: डॉ० पसबोला

देहरादून/उत्तराखंड- 1 वर्ष के लेखे जोखे के साथ राष्ट्रीय पुरानी पेंशन सँयुक्त मोर्चा के सदस्यों को वार्षिक बैठक 14 जनवरी 2021 को सम्पन्न हुई बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष ने की। संचालन मण्डलीय महासचिव नरेश भट्ट ने किया। मोर्चे के सदस्यों ने कहा कि यदि कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई तो अब आंदोलन सड़को पर आएगा। स्पष्ट नीयत की आवश्यकता। सभी के लिए भविष्य के रास्ते यही से खुलेंगे चाहे वह सत्ता हो या विपक्ष।

प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी ने समस्त कर्मचारियों को नव वर्ष व मकर सक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज सूर्य का उत्तरायण हुआ है इसी वर्ष हमारे सँघर्ष को लगातार एक वर्ष सम्पन्न हुआ है ।इसी वर्ष अब पेंशन बहाली के सूर्य का भी उत्तरायण हो और भविष्य का अंधेरा दूर हो लेकिन सरकार से निवेदन है कि मात्र प्रस्ताव भेज देने भर से पुरानी पेंशन पर खाना पूर्ति कर देने भर से कुछ नही होगा। यदि स्पष्ट नीयत है तो पेंशन बहाली के लिए संकल्प को विधानसभा से पारित कर केंद्र को भेजें।प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने मकर सक्रांति की शुभाकमनाएँ प्रेषित करते हुए कहा की पुरानी पेंशन के सँघर्ष को ईमानदारी से राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा द्वारा निरन्तर गति दी जा रही है। 20 जनवरी 2021 को प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों व उप जिलाधिकारियों को राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के सदस्यों द्वारा ज्ञापन दिया जाना है। जिसके लिए प्रदेशस्तरीय रूपरेखा तैयार कर ली गयी है।

प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ० डी० सी० पसबोला ने कहा कि इस मुद्दे के प्रति प्रत्येक को व्यक्तिगत प्रयास करने होंगे। विचार गोष्ठियों की नितांत आवश्यकता है। नीचे से लेकर ऊपर तक के प्रत्येक जन प्रतिनिधि को साथ लेना आवश्यक है।सभी सँघर्ष को मजबूत करने के प्रयास करें।प्रदेश उपाध्यक्ष योगिता तिवारी ने दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चे के द्वारा पुरानी पेंशन की सँघर्ष व जनजागरूकता लगातार जारी है। आने वाले 20 जनवरी कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग मजबूत ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा।प्रदेश प्रेस सचिव ने कहा कि आने वाला समय क्रांतिकारी है देहरादून की बैठक के बाद अन्य संगठनों की नीयत स्पष्ट हो चुकी है अब अपने स्तर से सभी को साथ लेकर आगे बढ़ने का वक़्त है।

मण्डलीय संयुक सौरभ नौटियाल ने कहा कि संगठन में सभी की सक्रियता का मूल्यांकन जारी है । जागरूकता को लगातार प्रसारित करने की आवश्यता है इसमे सोशल मीडिया बड़ा हथियार है।पौड़ी महासचिव भवन सिंह नेगी ने कहा कि हम मोर्चे के प्रत्येक प्रयास में तन मन धन से समर्पित है। आगे भी प्रत्येक निर्देश का अक्षरशः पालन करते हुए समर्पित रहेंगे।रुद्रप्रयाग जनपद से अतुल शाह जी ने कहा कि सरकार एक कदम आगे है । हर सवाल से बचने की तैयारी सरकार ने कर ली है।इसलिए अब आंदोलन मजबूत करने की आवश्यकता है।

प्रांतीय सन्गठन मंत्री ने कहा कि अब पदाधिकारियों को उदासीनता बर्दाश्त नही है। क्योंकि निर्णायक समय है अपने स्तर के प्रत्येक काम को पूरी ईमानदारी व निष्ठा से सम्पन्न करें।टिहरी से संयोजक कमलनयन रतूड़ी ने कहा कि सँयुक्त मोर्च को प्रत्येक स्तर पर मजबूत करने की जिम्मेदारी हम सब की है है ताकि पुरानी पेंशन बहाली की मांग को मजबूती मिले।

प्रदेश में 2005 से कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना को बंद कर दिया गया है। जिसके बाद एक नई पेंशन योजना लागू की गई है जिसमे सेवानिवृत्त होने के बाद कर्मचारियो को 1000 रु प्रतिमाह से भी कम पेंशन मिल रही है ।जिससे गुज़ारे की बात सोचना भी हास्यास्पद है। ऐसी स्थिति में कर्मचारियों को छोड़ देने के बाद सरकार 15 सालों से कोई सुध नही ली है। कर्मचारियों का कहना है कि पुरानी पेंशन का मुद्दा सत्ता और कर्मचारियों दोनो के लिए निर्णायक सिद्ध होगा।

बैठक में डॉ0 डी० सी० पसबोला, डा0 हिमांशु जगुडी,
कमलनयन रतूडी, कमलेश कुमार मिश्रा, महेश गिरी, मिलिन्द बिष्ट, नवीन कुमार,पूरण फर्स्वाण
, राजीव उनियाल, राजेन्द्र देव,राकेश रावत, संतोष कुमार सिंह खेतवाल, शंकर भट्ट, शंकर सिंह
सीताराम पोखरियाल, अनिल बडोनी, सौरभ नौटियाल
नरेश कुमार भट्ट, प्रदीप सजवाण,मनोज भण्डारी, स्वरुप जोशी, पुस्कर नयाल, राजीव कुमार, कपिल पांडे
अमित रावत, अंजू शर्मा,योगिता पंत, आर्यन, अतुल कुमार, अवदेश सेमवाल, भवान सिंह नेगी आदि उपस्थित थे।

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