बरेली। गृह मंत्रालय की तरफ से कुछ शर्तों के साथ दुकानें खोलने की छूट दिए जाने संबंधी सूचना पर शनिवार की सुबह तमाम लोग सड़कों पर निकल पड़े। श्यामगंज के अलावा किला, कुतुबखाना, सैलानी में सड़कों पर निकले ज्यादातर दुकानों के मालिक और वहां काम करने वाले थे। सख्ती के बाद पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने इन्हें समझाकर घर भेजा। श्यामगंज में लोगों की आवाजाही देख एसीएम प्रथम रोहित यादव ने स्पष्ट किया कि तीन मई तक लॉकडाउन में कोई नई रियायत नहीं दी गई है। पूर्व की ही तरह लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। लोग अपने घरों में ही रहें। प्रशासन तीन मई के बाद ही परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कुछ सेवाओं में छूट देने पर विचार करेगा। दरअसल, कोराना वायरस के संक्रमण को फैलने से बचाने के लिए लागू किए गए लाकडाउन में छूट का दायरा बढ़ाने को गृह मंत्रालय की तरफ से कुछ शर्तों के साथ नगर निगम और नगर पालिका क्षेत्र में स्थित आवासीय कॉलोनियों के समीप या बाजार में स्थित दुकानें खोलने की छूट दी गई है। शुक्रवार की देर रात मंत्रालय की ओर से जारी इस आदेश के सोशल मीडिया पर सार्वजनिक होने और टीवी चैनलों, अखबारों में खबर आने के बाद लोग गफलत में पड़ गए। शनिवार सुबह होती ही शहर से लेकर नगर पंचायतों तक कई क्षेत्रों में लोग सड़कों पर निकल पड़े। जिले में कई जगह लोगों की पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के साथ बहस भी हुई। श्यामगंज में सुबह 11 बजे के करीब एसीएम प्रथम रोहित यादव, बारादरी इंस्पेक्टर नरेश त्यागी ने खरीददारी करने पहुंचे लोगों को स्थिति से स्पष्ट करते हुए बताया कि फिलहाल तीन मई तक कोई नई छूट नहीं दी गई है। सिर्फ पूर्व में प्रशासन से अनुमति प्राप्त व्यवसायिक प्रतिष्ठान ही खोले जाएंगे, इसके अतिरिक्त कोई व्यवासयिक प्रतिष्ठान नहीं खोला जाएगा।
कुतुबखाना सैलानी में अधिक भीड़
शनिवार को कुतुबखाना बाजार में दीपक स्वीट्स हाउस के सामने वाली गली, जगत टॉकीज, मनिहारन वाली गली समेत आसपास की कई सबसे ज्यादा भीड़ रही। सोशल डिस्टेंसिंग को भूल लोग एक दूसरे पर चढ़े जा रहे थे। दुकानों पर लोगों ने जहां सटकर सामान खरीदा वहीं आलम यह था कि पैर रखने की जगह तक नहीं थी। सैलानी में लगभग यही हाल था। पुलिस और प्रशासनिक अफसर लगातार सोशलल डिस्टेंसिंग के नियामों का पालन कराने का दावा कर रही है, लेकिन यह पुलिस के यह सभी दावे बेईमानी से साबित होते दिख रहे है।।
– बरेली से कपिल यादव