डीजल पेट्रोल पर वसूली कम करें सरकार, कांग्रेसियों व व्यापारियों का विरोध

बरेली। पेट्रोल डीजल पर मोदी सरकार भारी वसूली कर रही है। कांग्रेस सरकार में पेट्रोल पर 9.20 रुपये लीटर और डीजल पर 3.40 रुपए लीटर उत्पाद शुल्क था। पिछले 6 सालों में भाजपा सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 23.78 रुपए लीटर और डीजल पर भी उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 800 प्रतिशत कर दिया गया है। सरकार ने केवल पेट्रोल डीजल के उत्पाद शुल्क से ही 18 लाख करोड रुपए कमाए हैं। यह बातें कांग्रेस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कही। कांग्रेसियों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसीएम को सौंपा। कहा है कि उत्पाद शुल्क घटाकर पेट्रोल डीजल की कीमतों को नियंत्रित की जाए ताकि आवश्यक वस्तु से महंगाई कम हो सके। ज्ञापन सौंपने वालों में विजय मौर्य, कमरगनी, कुमकुम शर्मा, दिनेश दद्दा, राजन उपाध्याय, राज शर्मा, जियाउरहमान, रोहित जौहरी, सुखबीर सिंह यादव, सुचित्रा सिंह, गौरव सिंह और शकुंतला जौहरी आदि शामिल रहे। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के विरोध में ज्ञापन दिया। महानगर अध्यक्ष शोभित सक्सेना ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बाद भी डीजल-पेट्रोल की कीमत लगातार बढ़ रही है। यह पहली बार हुआ है जब डीजल पेट्रोल से ज्यादा महंगा बिक रहा है। डीजल की कीमत बढ़ जाने से एक तरफ जहां ट्रांसपोर्टर परेशान हैं वही किसानों पर भी बड़ी मार पड़ रही है। ट्रांसपोर्टर मजबूरी में यदि किराया बढ़ाते हैं तब सभी चीजों पर महंगाई बढ़ जाएगी। जिला अध्यक्ष राजकुमार राजपूत ने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाया जाए। देवेंद्र जोशी ने कहा कि पेट्रोलियम कंपनियां अपने घाटे को दिखाते हुए दाम बढ़ा रही हैं। यह सही नहीं है। अमरजीत सिंह बख्शी ने कहा कि सरकार को इस दिशा में तत्काल कदम उठाना चाहिए। लगातार दाम बढ़ने से लॉक डाउन में बदहाल हुए लोग और भी परेशान होते जा रहे हैं।।

बरेली से कपिल यादव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।