बरेली। शहर में नगर निगम के द्वारा होने वाले निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर हमेशा सवाल खड़े होते रहे हैं। अब एक बार फिर यह साबित हो गया है कि निर्माण कार्यों में अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से जमकर लुटाई होती है। यह लुटाई का खेल तब उजागर हुआ जब नगर आयुक्त ने शनिवार को सड़क निर्माण कार्यों को देखा। नगर आयुक्त के निरीक्षण में पाया गया कि ठेकेदार ने मानक के हिसाब से टाइल्स ही नहीं लगाई है। इस पर नगर आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त की और ठेकेदार पर 50 हजार का जुर्माना लगाने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने शनिवार को शहर में हो रहे सड़कों के निर्माण कार्य को देखा। शनिवार को नगर आयुक्त अधिकारियों के साथ सबसे पहले वार्ड 29 शिवाजी पुरम कॉलोनी पहुंचे। वहां कुछ दिन पहले नगर निगम ने डेढ़ सौ मीटर लंबी सड़क बनाई। इसमें करीब 14 लाख रुपए की लागत आई। यहां से नगर आयुक्त ने सीसी टाइल्स के तीन नमूने लिए गए। उसके बाद वह वार्ड नंबर 67 राजेंद्र नगर में दिनेश चंद्र के घर के पास की सड़क को नगर आयुक्त ने निरीक्षण किया। उन्होंने देखा कि सड़क निर्माण में लापरवाही बरती गई है। सड़क निर्माण लगाए गए ज्वाइंट ठीक से नहीं लगे हैं। बहां भी टाइल्स के सैंपल लिए गए। निगम कार्यालय आने पर जब यहां मशीन से टाइल्स का टेस्ट किया गया तो दो टाइल्स मानक के मुताबिक नहीं पाई गई। इस पर नगर आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सड़क उखाड़कर दोबारा नहीं हटाने का निर्देश दिया। वहीं राजेंद्र नगर वाली सड़क निर्माण में पाई गई कमी के लिए ठेकेदार पर पचास हजार का जुर्माने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता बीएस यादव, अधिशासी अभियंता संजय चौहान आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव