बरेली। सरकारी विद्यालयों में अंग्रेजी मीडियम स्कूलों की तरह स्मार्ट तरीके से पढ़ाई हो सके। स्मार्ट क्लास से बच्चों का रुझान बढ़ेगा। इसके लिए क्षेत्र के राजकीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास प्रोजेक्ट के तहत क्लास रुम को स्मार्ट बनाया जा रहा है। इसके लिए शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जाने लगा है। जीआईसी में शिक्षकों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। वहीं दूसरी ओर स्मार्ट क्लास प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने केलिए कार्य भी तेज कर दिया गया है। स्मार्ट क्लास के माध्यम से स्कूलों में होने वाले प्रैक्टिकल भी विजुअल की मदद से आसानी से हो जाएंगे। खासकर बायोलॉजी और रसायनिक विज्ञान में छात्रों को सबसे अधिक परेशानी होती है। मौजूदा समय में छात्रों को पोस्टर के माध्यम से ही समझाया जाता है। लेकिन अब विजुअल क्लास में छात्रों को अपने प्रैक्टिकल करने में और समझने में सबसे ज्यादा आसानी होगी। आमतौर पर स्कूलों में बच्चे क्लास बंक कर मैदानों में खेलने लग जाते हैं। लेकिन स्मार्ट क्लास के होने से बच्चों को क्लास बंक करने का बहाना नहीं मिलेगा। क्योंकि इस क्लासेज मे बच्चों को वीडियो और विजुअल के माध्यम से पढ़ाई कराई जाएंगी। ऐसे में छात्र और शिक्षकों में हर दिन नया सिखाने और सीखने की लगन होगी।।
बरेली से कपिल यादव