बरेली। बीते नौ अक्टूबर को पुलिस को सूचना मिली थी कि भमोरा के कैमुआ गांव का सोनू शर्मा अवैध असलहों की तस्करी करता है। इस समय एक इनोवा गाड़ी में कुछ तमंचे रखे हुए है। मामले में पुलिस ने जब गाड़ी की जांच की तो उसमें करीब 12 अवैध तंमचे बरामद हुए। जिसके बाद पुलिस ने सोनू पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मगर जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ। जांच में पता चला कि सोनू के सगे भाई मोहनलाल शर्मा उर्फ मीनू ने ही कार में तंमचे रखे थे। जिसके बाद पुलिस ने मीनू समेत दो लोगों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है। आपको बता दें कि शुक्रवार को एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौ अक्टूबर की रात मे भमोरा के कैमुआ गांव के रहने वाले सोनू शर्मा के घर के बाहर कार यूपी 22 क्यू 9662 खड़ी थी। सूचना मिली कि उसमें काफी तमंचे हैं। पुलिस ने मौके से 10 तमंचे बरामद किए थे। सोनू शर्मा के खिलाफ आर्म्स एक्ट के मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की जांच पड़ताल में पता लगा कि सोनू शर्मा का घर व जमीन को लेकर अपने भाई मोहन लाल शर्मा उर्फ मीनू से झगड़ा चल रहा है। इसी झगड़े की वजह से मोहन लाल शर्मा अपनी ससुराल मीरगंज में रहकर दुकान चलाता है। मीनू लगभग दो माह पहले मीरगंज से गायब हो गया था। उसने थाना मीरगंज में गुमशुदगी दर्ज करा कर अपने भाई सोनू को अपहरण फंसाने की कोशिश की थी। जिसमें वह सफल नहीं हुआ। इसके बाद नौ अक्टूबर को मीनू शर्मा ने अपने दोस्त रिश्तेदार ललित कुमार शर्मा उर्फ गुरु के साथ सोनू शर्मा को दोबारा फंसाने की साजिश रची। तमंचे की पोटली दोनों सोनू के घर के बाहर खड़ी गाड़ी में रख आए। पूछताछ में मीनू के रिश्तेदार ललित ने बताया कि वो असलहे उसने दिलबाग सिंह सरदार उर्फ बग्गा से खरीदे थे। जबकि पुलिस का कहना है कि दिलबाग सिंह पिछले चार महीनों जेल में है। वह चार महीनें पहले असलहा फैक्ट्री समेत पकड़ा गया था। फिलहाल पुलिस ने मामले में दोनों आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है।।
बरेली से कपिल यादव