जबरन अपराधी घोषित किये जाने का आरोप लगाते हुए भासपा के महासचिव ने सौंपा ज्ञापन

आजमगढ़- सिधारी थाना पुलिस पर साजिश के तहत जबरन अपराधी घोषित किये जाने का आरोप लगाते हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महासचिव व प्रवक्ता शशि प्रकाश सिंह मुन्ना समेदा ने मंगलवार को पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र सौंपा। जिसमे सिधारी थाने में दर्ज फर्जी मुकदमों को अवलिम्ब नहीं हटाया गया तो दस दिन के बाद आत्मदाह की बात कही। सौंपे गये ज्ञापन में शशिप्रकाश सिंह मुन्ना समेदा ने बताया कि पिछले दस वर्षो से विपक्षियों के इशारे पर थाना पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमों में फंसाकर उत्पीड़ित किया जा रहा है। मेरे ऊपर थाना पुलिस द्वारा पहला मुकदमा 25 दिसंबर 2007 को पंजीकृत किया गया था। जिसमे जनपद न्यायालय और हाईकोर्ट इलाहाबाद ने मुझे बाइज्जत बरी किया। जिससे नाराज होकर थाना पुलिस द्वारा निरंतर खुद पार्टी बनकर गैगेंस्टर व गुंडा एक्ट व हिस्ट्रीशीटर जैसी संगीन धाराओं में मुझे फंसाया जाने लगा। प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता के दायित्वों के निर्वहन हेतु लगातार पांच वर्षो में लखनऊ रहता हूं। मुन्ना समेदा ने बताया कि अभी हाल ही में 29 दिसम्बर 2019 को सायं चार बजे सिधारी थाना प्रभारी मयफोर्स समेदा स्थित पैतृक आवास पर पहुंच गयी। जहां मेरी पत्नी से थानाध्यक्ष ने कहा कि तुम्हारा पति हमारे थाने का टापटेन अपराधी है। जिसकी तलाश में मैं आया है, थानाध्यक्ष की बातों को सुनकर पूरा परिवार काफी दहशत में है। मुबारकपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी रह चुके शशिप्रकाश सिंह मुन्ना ने थाना पुलिस के रवैये को विरोधियों की साजिश बताते हुए आगामी चुनाव के मद्देनजर विपक्षियों द्वारा थाना पुलिस को अपने प्रभाव में पुनः झूठे आरोप में फंसाये जाने की साजिश करार दिया। शशिप्रकाश सिंह ने डीआईजी से गुहार लगायी कि विपक्षियों के प्रभाव में आकर सिधारी थाना पुलिस द्वारा जो फर्जी मुकदमे दर्ज किये गये है, उसे दस दिन के भीतर नहीं हटवाया गया तो वह आत्मदाह करने को बाध्य होगा।

रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़

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