धुमाकोट- संचार नेटवर्किंग,परस्पर समन्वय व जागरूकता के अभाव में सरकार के दावे हवा हवाई।
उत्तराखंड /पौड़ी : नैनीडाडा प्रखंड के ग्राम पीपली में कल दोपहर 12बजे के आसपास ग्राम पीपली के निकटवर्ती जंगलो में चीड के पत्तो पिरूल पर अचानक भयानक रूप में आग लग गई।आग की लपटें इतनी तेज हवा के साथ थी कि जंगल में चर रहे श्री सुरेशानन्द जी के तीन पालतू पशु आग की चपेट में आकर जिन्दा दफन हो गये।बाकी पशु भागकर व ग्रामीणो को मदद से सुरक्षित बचा लिए गये।अभी भी जंगल में आग धधक रही है चीड के जंगल होने के कारण आग पर काबू नहीं पाया गया। ग्रामीणो ने भरसक कोशिश की आग बुझाने की फिर भी वे इन तीन पालतू पशुओ को नही बचा सके।परिवार में ग़मगीन माहौल बना है वे आज भोजन तक नही बना सके न खा सके।खाते भी तो कैसे करके,सामने जो दृश्य बार बार नजर आ रहा था।
ये खबर पीड़ित परिवार के श्री सुरेशानन्द जी की पत्नी ने फोन द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता प्रभुपाल सिंह रावत ग्राम नावेतली ,रिखणीखाल को दी है।आनन फानन और भगदड के माहौल में वन विभाग को भी सूचित न कर सके,साथ ही साथ संचार नेटवर्किंग,अज्ञानता का भी अभाव देखने को मिला।
अब शासन प्रशासन ,जनप्रतिनिधियो को इन बातो पर ध्यान देना चाहिए व पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने में उनका सहयोग व मार्गदर्शन करना होगा,और अग्नि सुरक्षा के उपाय तलाशने होगे।
– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल