खा गया राशन पी गया तेल देखो भैया कोटेदार का खेल

*सरकार भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए कठोर कदम उठा रही है लेकिन इसके बावजूद सरकारी महकमों में इसका कितना असर है

*संग्रामपुर गाँव के कार्डधारक व ग्राम प्रधान कोटेदार की दबंगई से परेशान SDM खागा से की थी शिकायत

फतेहपुर /खागा – विजयीपुर ब्लॉक क्षेत्र के संग्रामपुर गाँव के कोटेदार कैलाश प्रसाद पुत्र परसन के खिलाफ 26 नवम्बर को उपजिलाअधिकारी खागा फतेहपुर को की थी शिकायत कि कोटेदार गल्ला, एवं मिट्टी का तेल की एक कार्डधारक पर 1 यूनिट की घटतौली करता है चाहे वह तीन यूनिट हो या पांच उधर, सरकारी रेट 3 रुपए प्रति किलो चावल 2 रुपए प्रति किलो गेहूं के बदले 4 रुपए प्रति किलो चावल व 3 रुपए प्रति किलो दिया जाता है फिर भी कोटेदार की खानापूर्ति इससे नहीं हो पाती

पात्र कार्ड धारक का कार्ड क्यों किया जाता कैंसल या डिलीट:-

ग्रामीणों ने बताया कि कोटेदार के कहने के अनुसार सीडिंग कराने के लिए 200 रुपए देने पर और आधार कार्ड मुहैया कराने पर भी अभी तक कार्ड सही नहीं कराया लोगों ने कहा कार्ड में पूरी यूनिट और घर के पूरे सदस्य मौजूद होने पर भी राशन पूरा क्यों नहीं दिया जाता कार्ड में 6 यूनिट चढ़ी होने के बावजूद कार्ड को कैंसल ता डिलीट बताया जाता है
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि 3 दिन के बाद कोई भी समान नही देता है व कार्ड धारकों को धमका कर कहता है की यहां से भाग जाओ जहां जाना हो जाओ मुझे किसी का डर नहीं है मेरे सभी अधिकारी बंधे हुए हैं। बताते चलें कि संग्रामपुर गाँव में जोकि आज तक किसी प्रकार की कोई जांच नहीं की गई है आखिर क्यों जिससे लगता है कि कोटेदार के बताने के अनुसार सचमुच में सभी अधिकारियों को हिस्सेदारी प्रदान करता है।
एक सैकड़ा से अधिक लोगो ने अपने बयान दर्ज कराया कि मिट्टी के तेल में रेट से अधिक मात्रा में पैसा लेता है और गल्ला भी एक कार्ड पर 5 किलो कम तौलता है विक्रेता कैलाश प्रसाद पुत्र परसन के द्वारा सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान खुलेआम अपनी स्वयं की दुकान बनाकर उस में लगे हुए अन्तोदय, बीपीएल, खाद्य सुरक्षा, कार्डों पर मनमानी ढंग से वितरण करता है।
ग्रामीणों द्वारा बताया जाता है की एक कार्ड में यूनिट के हिसाब से वितरण ना करके एक कार्ड धारक पर एक यूनिट का गल्ला कटौती की जाती है
दबंग विक्रेता कैलाश प्रसाद पुत्र परसन के खिलाफ जब कोई ग्रामीण व ग्राम प्रधान विरोध करता है तो विक्रेता कैलाश प्रसाद कहते हैं कि हमे अपने खाद्य रसद व उच्च अधिकारियों की जेब भरना पड़ता है तो हम कहां से निकालेंगे और विक्रेता का कहना है कि शासन व प्रशासन हमसे ईमानदारी से काम कराना चाहती हैं तो हमें सैलेरी मिलनी चाहिए तभी ईमानदारी से काम किया जाएगा नहीं तो यह तो करना ही पड़ेगा ।

ग्राम के उचित दर विक्रेता के इस कार्य से गांव में काफी लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया है ग्राम प्रधान ने कहा उक्त कोटेदार के द्वारा कार्ड धारको को गाली गलौज व अभद्रता की जाती है जो कि उपयुक्त प्रकरण की मौके पर जांच करा कर कैलाश प्रसाद पुत्र परसन की दुकान को निरस्त कर गांव के किसी सज्जन व ईमानदार व्यक्ति को दुकान का आवंटन किया जाए जिससे गांव की गरीब व्यक्ति के लोगों को गल्ला व तेल सही टाइम और सही तौल पर प्राप्त हो सके।

शिकायत कर्ता में ग्राम प्रधान (निर्मला देवी पति राजू) सुरेश चंद्र, बबलू मौर्य, फकीरे लाल, कामता प्रसाद मौर्य, राजेंद्र कुमार, श्यामकली, जगन्नाथ, उमेश कुमार, राजेश कुमार, विजय बहादुर, आदि तमाम लोग मौजूद रहे।

– फतेहपुर से सोहन लाल

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