बरेली। कोरोना से जंग के चलते पुलिस और प्रशासनिक अफसर व्यस्त हैं। जिसका अवैध खनन करने वाले पूरा फायदा उठा रहे हैं। थाने और चौकी स्तर पर पुलिस से सेटिंग कर जेसीबी से जमकर खुदाई चल रही है। दरोगा और सिपाही के साथ-साथ होमगार्ड तक मिट्टी से भरी ट्रॉलियों से वसूली कर उन्हें पास करा रहे हैं। जिससे पुलिस और प्रशासनिक अफसर पूरी तरह बेखबर हैं। लॉकडाउन में भी जिले में अवैध खनन बंद नहीं हुआ है। हां, बीच में अवैध खनन का काम धीमा जरूर हुआ था। बरेली जिले में कोरोना के कारण प्रशासन और पुलिस दोनों लगातार व्यस्त रह रहे है। जिले में रोजाना हजार के आसपास ट्रैक्टर ट्रॉलियां रेत व मिट्टी निकाल रही हैं। जिले के फतेहगंज पश्चिमी, मीरगंज, बहेड़ी, फरीदपुर, बिथरी चैनपुर, कैंट, सुभाषनगर, भुता और भोजीपुरा थाना क्षेत्रों में जमकर अवैध खनन हो रहा है। हाल में कैंट इंस्पेक्टर ने खनन कर रही जेसीबी को भी कब्जे में लिया था। अभी दो दिन पहले एसडीएम ने फतेहगंज पश्चिमी में भी एक रेत से लदी ट्रैक्टर ट्राली पकड़ी थी। अफसरों के व्यस्त होने के बाद से ही अवैध खनन जोरों पर चल रहा है। अवैध खनन माफियाओं ने मिट्टी के साथ-साथ नदियों से बालू निकालने का काम भी तेज कर दिया है। पुलिस कर्मियों के साथ साथ इस खेल में होमगार्ड भी बड़े पैमाने पर शामिल हैं। रोड से गुजरने वाली मिट्टी से भरी ट्रैक्टर ट्रालीयों से होमगार्ड भी वसूले करते हुए नजर आते हैं।
जिला पंचायत सदस्य समेत तीन पर हुई थी एफआईआर
एसएसपी के आदेश पर सीओ रामानंद राय ने बीती 19 अप्रैल की रात गांव रम्पुरा में छापेमारी की थी। सूचना लीक होने पर खनन माफिया हाथ नहीं आ सके थे। अगले दिन सीकरी मार्ग पर रेत से लदी चार ट्रैक्टर ट्राली पकड़ी गई थी। जिन्हें पुलिस ने थाने लाकर छोड़ दिया था। जिसमें पुलिस की जमकर फजीहत हुई थी। पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे तो पुलिस ने अवैध खनन के आरोप में भाजपा के जिला पंचायत सदस्य सूर्या कुर्मी, प्रशांत शर्मा, मोहम्मद हसन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।।
बरेली से कपिल यादव