बरेली। कोरोना काल के कारण रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, रेस्टोरेंट, होटल ओर पब्लिक प्लेस सुनसान पड़े है। इस वजह से मिनरल वॉटर की बिक्री घट गई है। कोल्ड ड्रिंक्स का कारोबार ठंडा पड़ गया है। कारोबारियों को लॉकडाउन समाप्त होने का इंतजार है। मिनरल वॉटर कारोबारियों का कहना है कि अगर लॉकडाउन जल्द समाप्त नही हुआ तो परेशानी बढ़ सकती है। उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, सिनेमा हाल, मल्टीनेशनल कम्पनी, आफिस आदि बंद होने की वजह से जिले में मिनरल वॉब्र का कारोबार घटकर 25 फीसदी पर आ गया है। मिनरल वॉटर की 8 लीटर वाली बोतल की बिक्री बिल्कुल बंद हो गई है। कारोबारियों ने बताया कि जिले में लॉकडाउन से पहले रोजाना एक लाख लीटर से अधिक मिनरल वॉटर बिकता था। आफिस ओर दुकानों बंद होने से मिनरल वॉटर की बिक्री में 60 प्रतिशत कमी आई है। शाहमतगंज स्थित खदना मे मिनरल वॉटर का कारोबार करने वाले अबरार का कहना है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर जीत हासिल करने के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार लॉकडाउन लगाया। इससे संक्रमण का प्रकोप तो काफी हद तक कम हुआ लेकिन कारोबार 25 प्रतिशत ही रह गया है। बाजार मे दुकानदारों के पास रखा वारदाना चोरी हो गया। जिससे लाखों का नुकसान हुआ। लॉकडाउन में राहत मिलते ही पॉच लाख रूपये नये वाटर कूलर खरीद कर काम शुरू करा है। वही लॉकडाउन में लेबर को पूरा मानदेय दिया क्योकि हम पर ही आश्रित है। अधिकांश लोगों ने तो मिनरल वॉटर का कारोबार बन्द करके दूसरा काम शुरू कर दिया है क्योकि कोरोन काल में ठण्डे पानी से लोग परहेज करने लगे थे। जहां पॉच-पॉच कूलर जाते थे उन्होंने दो ही वाटर कूलर लेने शुरू कर दिये। बची कसर लॉकडाउन लगने से पूरी हो गई। रोडवेज, रेलवे स्टेशन व होटलों में काफी अच्छी सप्लाई होती थी जो सब ठप हो गया। जवाहर पार्क में मिनरल वॉटर का कोराबार करने वाले अवध कुमार अग्रवाल का कहना है कि कोरोना काल के दौरान पिछली साल से ही कारोबार मंदी के दोर पर चल रहा है। कामर्शियल कनेक्शन होने की वजह से बिजली का बिल पहले की तरह आ रहा है। पिछले दो महीने से कारोबार चौपट होने से जेब से बिजली भरना पड़ रहा है। बाजार से पेमेंट भी जल्द मिलने की उम्मीद नही है। अचानक लॉकडाउन लगने की सूचना पर बाजार से वाटर कूलर गूम हो गये,जिसकी वजह से नये वॉटर कूलर मॅगाकर काम शुरू हुआ है। अब काम को पटरी पर लाने में थोड़ा समय तो लगेगा। जब तक सर्दी का सीजन शुरू हो जायेगा। बारातों में भी लोगों की सीमित संख्या होने की वजह से उधर से निराश हाथ लगी। यदि लॉकडाउन चलता रहा तो निश्चित है कि कारोबार बंद करके दूसरा काम शुरू करना पड़ेगा।।
बरेली से कपिल यादव