बरेली। कोरोना संक्रमण मे लगी पाबंदियों मे कई व्यापार ऑनलाइन हो गए। शहर में जगह-जगह पर्ची सिस्टम से सट्टे का गोरखधंधा चल रहा है। यह गेम मैनुअल ही नहीं बल्कि ऑनलाइन चल रहा है। इसका लिंक सीधे कई वेबसाइट से जुड़ा हुआ है और व्हाट्सएप का भी यूज किया जा रहा है। इसके साथ ही सट्टेबाज भी पूरी तरह से हाईटेक हो गए और उन्होंने अपना अवैध सट्टे का कारोबार पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया। जो पुलिस की नाक के नीचे चल रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि पूरे कोरोना काल में अब तक पुलिस ने सट्टेबाजों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। पुलिस अधिकारी भी इसको लेकर पूरी तरह से बेपरवाह है। कोरोना की पहली लहर मे लॉकडाउन और कोरोना की फिर दूसरी मे लगे कोरोना कफ्र्यू को लेकर सरकार ने कई तरह की पाबंदियां लगाई थी। जिसको लेकर लोगों ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने अपने व्यापार और कारोबार को कोरोना काल में पूरी तरह से ऑनलाइन कर लिया। इसी को लेकर सट्टेबाज भी पूरी तरह से हाईटेक हो गए। पुलिस की धड़ पकड़ से बचने के साथ-साथ मिलीभगत मे दिए जाने वाली मोटी रकम भी बचा ली। इसके बाद भी सट्टेबाजों का अवैध सट्टा पूरी तरह से जारी है। अब सट्टेबाज भी लोगों का सट्टा ऑनलाइन लगाने में लगे हैं। पुलिस की धरपकड़ से बचने के लिए सट्टेबाज व्हाट्सएप के साथ-साथ अन्य सोशल साइट का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिससे सट्टेबाज खूब फल-फूल रहे हैं। इसको लेकर पुलिस भी पूरी तरह से अनजान है। बड़े स्तर पर हो रहे सट्टे को पुलिस अब भी मिलीभगत की वजह से नजरअंदाज कर रही है। यही वजह है कि बीते साल कोरोना काल से लेकर दूसरी लहर तक सट्टेबाजों पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। सट्टेबाजों के पास सट्टा लगाने वाले लोग सिर्फ मैसेज छोड़ देते हैं। सट्टा लगाने वालों से पहले ही कह दिया जाता है कि जो अप्लाई आए या ना आए उसको लेकर कोई असमंजस नहीं रहता है। मैसेज सीन होते ही समझ लीजिए कि आपका सट्टा लग गया। यही वजह है कि सट्टे का कारोबार इन दोनों और भी ज्यादा फल फूल रहा है पैसों का लेनदेन दिन के उजाले के साथ साथ ऑनलाइन भी हो रहा है।।
बरेली से कपिल यादव