वाराणसी -काशी में ज्ञानवापी ध्वस्त का ऐलान व 25 नवंबर को अयोध्या में मंदिर निर्माण के पोस्टर शिव सेना द्वारा लगाये गए है जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर अधिवक्ता ने आपत्ति जताई है साथ ही मुकदमा दर्ज करने की मांग की है ।
जानकारी के अनुसार शशांक शेखर त्रिपाठी अधिवक्ता एवं सचिव इस्लामिक सद्भावना फाउंडेशन ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर आपत्ति जताई है कि वाराणसी में आज शहर के विभिन्न स्थानों पर शिवसेना द्वारा अत्यंत आपत्तिजनक पोस्टर लगाए गए हैं, इसमें स्पष्ट रुप से लिखा गया है कि काशी में ज्ञानवापी ध्वस्त का ऐलान,25 नवंबर को अयोध्या में मंदिर निर्माण। उनके इस पोस्ट से शहर की आबोहवा खराब होने और साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया है, और धार्मिक आधार पर अमन चैन बिगड़ने और दंगा भड़काने का ख़तरा उत्पन्न हो गया है।
25 दिसम्बर को पूरे देश से राष्ट्रवादी स्वयंसेवक अयोध्या सहित अन्य कई धार्मिक स्थानों पर आकर रामलाल के दर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं उसी बीच शिवसेना ,उत्तर प्रदेश ईकाई द्वारा यह पोस्टर जारी करना एक सोची समझी साजिश के साथ जनभावना भड़काकर, दंगा कराने व राज्य के खिलाफ विद्रोह करवाने का तथा कई लोगों को साजिश में लेकर लाखों रामभक्तों की जान को खतरे में डालने का षड्यंत्र है।तथा राज्य के खिलाफ जनविद्रोह करवाना है।
इसी के साथ अधिवक्ता ने उक्त पोस्टर जारी करने वालों के खिलाफ उचित धाराओं मे मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही करनें की मांग भी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी से की है ।
– शशांक शेखर त्रिपाठी,अधिवक्ता