बरेली। शहर के मलूकपुर क्षेत्र मे स्थित उप डाकघर को कुतुबखाने पर स्थित बड़े डाकघर में विलय करने पर विचार कर रहा है। जिसे स्थानीय लोगों में रोष उत्पन्न है स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की लेकिन कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिला। पोस्ट मास्टर जनरल को पत्र देकर उप डाकघर को स्थानांतरण न करने की मांग की है। क्षेत्र के स्थानीय नागरिक उमेश चन्द्र रस्तोगी कहते हैं कि उप डाकघर में तकरीबन 50 बरस से यही लेनदेन करते है। बैंक जाने की आवश्यकता कम ही पड़ती है। अधिकतर सुविधाएं यहीं उपलब्ध है। बीमार रहने से ज़्यादा चला भी न जाता बस दो कदम पर डाकखाना है। स्टाफ भी बहुत अच्छा है और बहुत मदद करता है। ज्यादा लिखा पड़त भी न करनी पड़ती। गर्व से बताते हैं कि ये डाकखाना तो मुझसे भी पुराना है मेरा बहुत लगाव है इससे कहीं और शिफ़्ट हो गया तो सर्वाधिक दिक्कत ही होगी। वहीं के अरविंद रस्तोगी बताते हैं कि मैं तो बचपन से इसको यहीं देख रहा हूँ। जगह बदलती रही पर रहा यही आसपास ही। अब डाक विभाग इसको यहां से शिफ़्ट करके कुतुबखाने के बड़े डाकघर में विलय करने पर विचार कर रहा है जबकि हम स्थानीय लोग इसे यही आसपास ही चाहते है। हमनें एक नई जगह भी डाक प्रशासन को दिखाई और पोस्ट मास्टर जनरल को प्रार्थना पत्र भी दिया। मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी लिख चुके है। सभी की एकमत राय है कि इसे स्थानांतरित न किया जाये। स्थानीय नागरिकों मे अवनीश कुमार सक्सेना, गौरव सक्सेना, इंद्रकुमार अग्रवाल, कौशल कुमारी, साधना रस्तोगी, चंद्रप्रभा, अरविंद रस्तोगी, उमेश चंद्र रस्तोगी, श्रीकांत रस्तोगी, कन्हिया पांडेय, पुनीत कपूर, पूर्वी कपूर, मोहित टंडन, मौलाना शहाबुद्दीन रिजबी, मौलाना सुब्बानी मियां, मौलाना मन्नान रज़ा खां, अंजुम मियां, तस्लीम मियां आदि शामिल है।।
बरेली से कपिल यादव