बरेली। ग्रीन बेल्ट के संरक्षित भूमि पर कॉलोनाइजर आए दिन अवैध कब्जा करा रहे हैं। मंगलवार को भी बड़ा बाईपास पर ग्रीन बेल्ट की चार बीघा जमीन पर अवैध कॉलोनी बनाने की सूचना मिली तो बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के प्रवर्तन दल ने मौके पर पहुंचकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर दी। कोरोना की वजह से काफी दिनों से अवैध कॉलोनी विकसित कर रहे कॉलोनाइजरों पर बीडीए कार्रवाई नहीं कर पा रहा था। आपको बता दें कि रजऊ परसपुर से परसाखेड़ा की तरह लखनऊ-दिल्ली हाईवे के लिए बड़ा बाईपास बना है। इस नेशनल हाईवे के दोनों ओर बीडीए ने ग्रीन बेल्ट के तौर पर काफी जमीन चिह्नित कर रखी है लेकिन इस हरित पट्टी पर आए दिन कब्जे के मामले सामने आ रहे हैं। मंगलवार को बीडीए के अधिकारियों को सूचना मिली कि बड़ा बाईपास पर ही गांव नवदिया के पास राजेश कुमार के एक व्यक्ति चार बीघा जमीन पर निर्माण करा रहे हैं। जबकि यह जमीन ग्रीन बेल्ट के लिए संरक्षित है। इसकी सूचना पर बीडीए के अधीक्षण अभियंता राजीव दीक्षित के नेतृत्व में प्राधिकरण के प्रवर्तन दल ने मौके पर पहुंचकर अवैध कॉलोनी के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। बताते हैं कि प्रवर्तन दल को रोकने की भी कोशिश की गई लेकिन टीम ने कड़ा रुख अपनाते हुए ग्रीन बेल्ट पर कराए गए निर्माण को ध्वस्त कर दिया। बीडीए के अधिकारियों का कहना है कि बड़ा बाईपास पर ग्रीन बेल्ट की जगह पर बने दूसरे अवैध निर्माणों को भी चिन्हित किया जा रहा है।।
बरेली से कपिल यादव